ईको पर्यटन स्थलों को विश्व पटल पर प्रचारित करने का संकल्प : जयवीर सिंह

 - इंग्लैंड, अमेरिका, हालैंड और जर्मनी के टूर एंड ट्रेवेल आपरेटर्स का दल पहुंचा लखनऊ

वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा

लखनऊ 04 दिसंबर। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ईको पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि कई पर्यटन स्थलों को प्रकृति का सीधे आशीर्वाद प्राप्त है। इन स्थानों को विश्व पटल पर प्रचारित—प्रसारित करना हमारा संकल्प है। इसी उद्देश्य से इंग्लैंड, अमेरिका, हालैंड और जर्मनी के टूर एंड ट्रेवेल्स आपरेटर्स को फैम ट्रिप कराई जा रही है। वह सोमवार को लखनऊ में स्थित एक होटल में पत्रकारवार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उक्त देशों के टूर ट्रेवेल आपरेटर्स भी मौजूद थे।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश घरेलू पर्यटन के मामले में देश में पहले स्थान पर है। सरकार का प्रयास है कि विदेश से आने वाले सैलानियों के मामले में भी पहले स्थान पर हों। इसलिए पर्यटन के संभावित सभी आयामों पर तेजी से काम हो रहा है। यहां ईको पर्यटन की असीम संभावनाएं है। परिणामस्वरूप इन स्थलों का लगातार विकास किया जा रहा है और पर्यटक सुविधाएं समृद्ध की जा रही हैं। देश—विदेश के पर्यटकों को इन स्थलों की ओर आकर्षित करने के लिए जरूरी है कि उन्हें इन स्थलों और यहां की खूबियों से परिचित कराया जाए। इन्हीं उद्देश्यों से पर्यटन विभाग फैम ट्रिप में सहयोग कर रहा है। एक दिसंबर से यह यात्रा चंबल वेटलैंड से शुरू होकर सूरसरोवर पक्षी विहार होते हुए चार दिसंबर को लखनऊ पहुंची है। यहां से दुधवा नेशनल पार्क लखीमपुर जाएंगे और वहीं ठहरेंगे। यहीं से किशनपुर वन्य अभयारण्य, कतरनिया घाट बहराइच और पीलीभीत टाइगर रिजर्व का भ्रमण करेंगे।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने आठ दिवसीय परिचय यात्रा पर विदेश की धरती से आए टूर एंड ट्रेवेल आपरेटर्स से कहा कि आप यहां खूब घूमिए, देखिए, समझिए और अपने यहां खूब प्रचार करिए। लोगों को बताइए कि प्रकृति का वास्तविक स्वरूप देखना है तो उत्तर प्रदेश अवश्य भ्रमण कीजिए, प्रत्येक कदम पर उत्तर प्रदेश सरकार मदद के लिए तैयार है।

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने उत्तर प्रदेश के समग्र पर्यटन, पर्यटन स्थल और यहां के विकास कार्यों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि हम केवल ईको पर्यटन स्थलों का ही नहीं, अपितु वहां के स्थानीय लोगों के भी विकास का प्रयास कर रहे हैं। पर्यटन उद्योग में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से इन्हें जोड़ा जाएगा। निदेशक पर्यटन प्रखर मिश्रा ने प्रदेश में ईको टूरिज्म पर विस्तार से प्रकाश डाला। वि​भिन्न देशों से आने वाले टूर एंड ट्रेवेल्स आपरेटर्स जब यहां के ईको पर्यटन स्थलों से प्रभावित होंगे तो वे पर्यटकों के लिए बनने वाले यात्रा विवरण में इसे शामिल करेंगे। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। टूर एंड ट्रेवेल्स आपरेटर्स ने प्रदेश में चार दिन तक भ्रमण का अनुभव भी साझा किया। कहा कि चंबल वेटलैंड में घड़ियाल और मगरमच्छ देखा। वहां का नैसर्गिक सौंदर्य अद्भुत है।