वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी) अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 14 नवंबर। केजीएमयू के पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक विभाग में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी शताब्दी फेस-2 में मंगलवार को बाल दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक विभाग के एचओडी डॉ. विकास वर्मा, डॉ. सुरेश चंद (सहायक प्रोफेसर), और डॉ. सैयद फैसल (सहायक प्रोफेसर) उपस्थित थे। एक ड्राइंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इस वर्ष की ड्राइंग प्रतियोगिता का विषय प्रदूषण था।
इस अवसर पर बाल चिकित्सा आर्थोपेडिक्स विभाग के सभी भर्ती बच्चों एवं नर्सिंग स्टाफ, कार्यालय स्टाफ के बच्चों ने भाग लिया। इस ड्राइंग प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ तीन चित्रों को पुरस्कृत के लिए चुना गया। इस अवसर पर डॉ. विकास वर्मा ने बच्चों के स्वास्थ्य में प्रदूषण के खतरे और संभावित समाधान पर प्रकाश डाला। डॉ. सुरेश चंद ने बताया कि दैनिक जीवन शैली के बदलाव करने से बच्चों के विकास और प्रदर्शन पर प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों से बचा जा सकता है। डॉ. फैसल ने बताया कि घर पर विभिन्न प्रकार के घरेलू खतरनाक अपशिष्ट के बारे में चर्चा की जो प्रदूषण को कम करने में सहायक हो सकती हैं।
प्रोफेसर आशीष ने स्वच्छ पानी के महत्व और इसकी पहुंच के साथ-साथ जल संसाधनों को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त रखने में हमारी भूमिका पर प्रकाश डाला। प्रोफेसर विनीत शर्मा ने बच्चों को युवा भारत का भविष्य बताया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों विशेषकर शीर्ष 3 चित्रों को बधाई दी। कार्यक्रम में विभाग के सीनियर रेजीडेंट-डॉ. प्रशीथ, डॉ. नितिन, डॉ. पुरूषोत्तम, स्टाफ में संदीप, मनोज, दीपक, ध्रुव, तैय्यबा फिजा, राहुल, राकेश, अमित, विमलेश के साथ-साथ स्टाफ नर्स काजल, मधुबाला, आहार विशेषज्ञ इरम खान, गुंजा, शालिनी वर्मा, प्रियंका, आदि केजीएमयू लखनऊ विभाग की पूरी टीम उपस्थित थी।