जनजाति लोकनायक बिरसा मुंडा की 148वीं जयंती पर "जनजाति भागीदारी उत्सव". दिखी जनजातियों की सांस्कृतिक विरासत की झलक

 


-15 से 21 नवंबर तक उत्सव का होगा आयोजन

वेब वार्ता (न्यूज एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 15 नवंबर। संस्कृति, लोकाचार, रीति-रिवाज को सुरक्षित रखते हुए जनजातीय समुदाय के युवा आधुनिक विकास में भागीदार बनें, इसी उद्देश्य से को लेकर प्रदेश सरकार लगातार प्रयत्नशील है। इसी क्रम में जनजाति लोकनायक बिरसा मुंडा जी की 148 जयंती "जनजाति गौरव दिवस" के मौके पर उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, गोमती नगर, लखनऊ में "जनजाति भागीदारी उत्सव" का आयोजन किया जा रहा है। उत्सव का आयोजन समाज कल्याण मंत्रालय और संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। जिसमें जनजाति विकास विभाग, पर्यटन विभाग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति, शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान सम्मिलित हैं।

      उद्घाटन समारोह में जयवीर सिंह, मंत्री, पर्यटन एवं सस्कृति, उत्तर प्रदेश, असीम अरुण, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) समाज कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश उपस्थित रहे। इनके अलावा कार्यक्रम में मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव, पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश और हरि ओम, प्रमुख सचिव, समाज कल्याण विभाग भी मौजूद रहे। सभी अतिथियों ने जनजाति लोकनायक बिरसा मुंडा प्रतिमा का मार्ल्यापण किया और ढोल बजाकर सांसकृतिक कार्यक्रम की शुरुआत की।
       15 से 21 नवंबर तक चलने वाले इस सात दिवसीय उत्सव की शुरुआत दोपहर 12 बजे से 1090 चैराहे से संगीत नाटक अकादमी परिसर तक जनजाति सांस्कृतिक यात्रा निकाल कर की गई। इसके बाद दोपहर 2रू00 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू। कार्यक्रम में मुकेश मेश्राम ने आह्वान किया कि सभी राज्य जनजाति समाज से जुड़े इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करें और आयोजन को सफल बनाएं। प्रमुख सचिव हरि ओम ने कहा कि संस्कृति, लोकाचार, रीति-रिवाज को सुरक्षित रखते हुए जनजातीय समुदाय के युवा आधुनिक विकास में भागीदार बनें। कार्यक्रम के दौरान लगभग 15 राज्यों की जनजाति समाज से जुड़ी संस्कृति, परंपराओं, संस्कार, खानपान, भेषभूषा, नृत्य एवं गीत, वाद्य यंत्रों का प्रदर्शन किया।