मुख्यमंत्री ने कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की, कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित हो


 वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा

लखनऊ 2 अगस्त। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने में राज्य सरकार की ‘ट्रेस, टेस्ट एवं ट्रीट’ की रणनीति कारगर सिद्ध हो रही है। प्रदेश में संक्रमण तेजी से कम हो रहा है, किन्तु यह पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए यह अतिरिक्त सतर्कता एवं सावधानी बरतने का समय है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर सुदृढ़ बनाकर रखा जाए। उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश दिए हैं।

     मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि विगत 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 25 नए मामले सामने आये हैं। इसी अवधि में 42 संक्रमित व्यक्तियों को सफल उपचार के बाद डिस्चार्ज किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या 646 है। पिछले 24 घण्टों में प्रदेश में कुल 2,38,888 कोरोना टेस्ट किये गये। राज्य में अब तक कुल 06 करोड़ 59 लाख 89 हजार 652 कोरोना टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।

   मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण की नियंत्रित स्थिति को देखते हुए शिक्षण संस्थानों में नवीन सत्र को प्रारम्भ करने की तैयारी की जाए। विभिन्न बोर्डों के इण्टरमीडिएट के परीक्षाफल घोषित हो चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि माध्यमिक शिक्षण संस्थाओं में 16 अगस्त, 2021 से विद्यार्थियों की आधी उपस्थिति के साथ पठन-पाठन का कार्य प्रारम्भ किया जाए। उच्च शिक्षण संस्थाओं में भी प्रत्येक दशा में 01 सितम्बर, 2021 से शिक्षण कार्य प्रारम्भ करने की तैयारी की जाए। 

      मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री 05 अगस्त, 2021 को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत लाभान्वित हो रहे प्रदेश के लाभार्थियों से संवाद करेंगे। यह कार्यक्रम राज्य में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की 80 हजार से अधिक दुकानों पर प्रस्तावित है। कार्यक्रम की व्यापक तैयारी के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यक्रम के लिए सेक्टर प्रणाली के आधार पर सभी आवश्यक प्रबन्ध किये जाएं। कार्यक्रम के दौरान जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति के लिए सभी से संवाद बना लिया जाए। कार्यक्रम स्थल पर टेलीविजन, वीडियो वॉल लगवाई जाए, जिससे अधिकाधिक लोग कार्यक्रम से लाभान्वित हो सकें।