वैक्सीनेशन कोविड संक्रमण का सुरक्षा कवच, टीकाकरण का कार्य तेजी से आगे बढ़ाया जाए - मुख्यमंत्री


 वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/ अजय कुमार वर्मा

लखनऊ 17 जुलाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड संक्रमण से बचाव और उपचार के सम्बन्ध में ‘ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट’ की नीति को प्रभावी ढंग से लागू रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। इस सम्बन्ध में थोड़ी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। इसे ध्यान में रखकर कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन सुनिश्चित कराया जाए।

मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास 5, कालिदास मार्ग पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के सम्बन्ध में विशेषज्ञों के भविष्य के आकलनों के दृष्टिगत विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। सभी सम्बन्धित विभाग इस सम्बन्ध में पूरी सतर्कता बरतें। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से प्रदेश में आने वाले लोगों की इन्फ्रारेड थर्मामीटर एवं रैपिड एन्टीजन के माध्यम से व्यापक स्क्रीनिंग कराई जाए। अधिक संक्रमण वाले राज्यों से आने वाले लोगों हेतु निगेटिव आर0टी0पी0आर0 रिपोर्ट अथवा कम्पलीट कोरोना वैक्सीनेशन की अनिवार्यता पर विचार किया जाए। इस सम्बन्ध में शीघ्र एक एस0ओ0पी0 भी निर्गत की जाए।  

      मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन कोविड संक्रमण के प्रति एक सुरक्षा कवच है। कोरोना संक्रमण के सम्बन्ध में भविष्य के आकलनों के दृष्टिगत बड़ी संख्या में कोरोना वैक्सीनेशन कराये जाने पर बल देते हुए उन्हांेने कहा कि कोरोना वैक्सीन की निरन्तर एवं पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए कोरोना टीकाकरण का कार्य तेजी से आगे बढ़ाया जाए। निर्बाध एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालित किया जाए। कोविड वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहित किया जाए। 

मुख्यमंत्री ने राज्य में एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं का निर्माण कार्य पूरी गति से संचालित करने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश के सभी एक्सप्रेस-वे पर औद्योगिक क्लस्टर की स्थापना के सम्बन्ध में कार्य योजना तैयार की जाए। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को शीघ्र पूर्ण किया जाए। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे एवं बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे पर औद्योगिक क्लस्टर की स्थापना हेतु भूमि चिन्हित कर कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाया जाए। मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तेजी से पूर्णता की ओर अग्रसर है। गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए 89 प्रतिशत से अधिक भूमि की व्यवस्था कर ली गई है।