मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर केन्द्रित पुस्तक ‘राजपथ पर एक सच्चा संन्यासी‘ का हुआ लोकार्पण


वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा

लखनऊ 30 जुलाई। उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान एवं अनामिका प्रकाशन, प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन और व्यक्तित्व पर केन्द्रित पुस्तक ‘राजपथ पर एक सच्चा संन्यासी‘ का लोकार्पण हिन्दी भवन यशपाल सभागार में किया गया।

उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ0 सदानन्द प्रसाद गुप्त की अध्यक्षता में आयोजित पुस्तक लोकार्पण में मुख्य अतिथि के रूप में पाधरे अध्यक्ष, विधानसभा, हृदय नारायण दीक्षित एवं संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना  उपस्थित हुये।

मुख्य अतिथि के रूप में हृदय नारायण दीक्षित, ने कहा -हमारे देश में इतिहास बोध का महत्व दिया जाता है, जो देश इतिहास को हमत्व नहीं देता इतिहास उसे कभी माफ नहीं करता है। साहित्य सृजन में इतिहास के तत्व रहते हैं। लेखक ने अपनी पीढ़ी के लिए इतिहास इस पुस्तक में नाथ सम्प्रदाय के इतिहास पर प्रकाश डाला है। यह प्रस्तक नाथ सम्प्रदाय की सुन्दर जानकारी प्रदान करती है। लेखक ने इस पुस्तक में लेखक ने इतिहास में हस्तक्षेप करते हुए अपनी लेखनी चलायी है। 

अतिथि के रूप सुरेश खन्ना, माननीय संसदीय कार्यमंत्री, उत्तर प्रदेश ने अपने सम्बोधन में कहा -योगी जी का जीवन बहुरंगी व्यक्तित्व है, वे कर्मठ एवं कुशल प्रशासक के रूप में अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। धर्म हमें कर्तत्व सिखाता है। योगी जी एवं धर्मपरायण व्यक्ति है उसकी छाप पूरे प्रदेश पर पड़ी है। उनका उद्देश्य है कि उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश में बदलने की चेष्टा की जा रही है। वे हमेशा एक बड़े सिद्धान्त व विचारधारा को मानने वालें व्यक्ति है। राजनीति के क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही चली जा रही है। वे साहित्यिक अभिरुचि के व्यक्ति है। न्याय एवं ईमानदारी के पक्षधर हैं। उन्होंने सन्यास धर्म का पालन भी किया है। उनकी छवि एक निर्भीक राजनीतिक के रूप में जाने जाते हैं। उनकी कुशल प्रशासनिक व्यवस्था के कारण ही प्रदेश निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है।

    अध्यक्षीय सम्बोधन में डॉ0 सदानन्दप्रसाद गुप्त, कार्यकारी अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान ने कहा कि धर्म का सम्बन्ध कर्तव्य बोध से होता है। इस पुस्तक में लेखक ने इतिहास को बनते हुए देखा है। जो लेखक ने देखा उसे अपनी पुस्तक में रेखांकित भी किया। लेखक ने योगी जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व का विस्तार से वर्णन किया है। 

     अभ्यागतों का स्वागत एवं अभार व्यक्त करते हुए श्रीकांत मिश्रा, निदेशक, उ0प्र0हिन्दी संस्थान ने कहा उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान एवं अनामिका प्रकाशन, प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस लोकर्पण समारोह में आप सब का स्वागत एवं अभिनन्दन है। इस अवसर पर पधारें सभी अतिथियों के प्रति भी हम साधुवाद व्यक्त करते हैं। आपने कोरोना की विषम परिस्थिति में भी यहाँ उपस्थित होकर न केवल हमारा मनोबल बढ़ाया बल्कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने में भी सहयोग दिया। हम विशेष आभारी हैं, दिनेश कुमार शुक्ल, प्रबंध निदेशक, अनामिका प्रकाशन एवं मानस कार्तिकेय के प्रति जिन्होंने यशस्वी मुख्यमंत्री के जीवन और उनके व्यक्तित्व पर केन्द्रित पुस्तक का प्रकाशन किया। सभी पत्रकारों, मीडिया कर्मियों को भी शुभकामनाएँ आपका सहयोग हमें निरन्तर मिलता रहता है।