एसटीएफ : नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का खुलासा, 04 गिरफ्तार


वेबवार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/मोहन वर्मा 

लखनऊ 4 जुलाई। दिनांक 03-07-2021 को एस0टी0एफ0, उ0प्र0 को सरकारी/गैर सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का खुलासा कर गैंग सरगना सहित 04 अभियुक्तों को अवनीश्वर चन्द्र श्रीवास्तव, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ मुख्यालय, लखनऊ के पर्यवेक्षण में उपनिरीक्षक पवन कुमार सिंह के नेतृत्व में लखनऊ से गिरफ्तार करने में उल्लेखऩीय सफलता प्राप्त हुई।

गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः-

1-     मिथलेश राजभर पुत्र कैलाश राजभर नि0 व थाना भीमपुरा, बलिया।

2- महेश सिंह पुत्र स्व0 रघुनन्दन सिंह नि0 आनन्द नगर, थाना फरेन्दा, महराजगंज।

हाल पता नेहरू वाल वाटिका के पास जेडी सक्सेना के मकान में अलीगंज, लखनऊ।

3- रितेश श्रीवास्तव पुत्र अवधेश शरण श्रीवास्तव नि0 सेवरही तमुही रोड, थाना सेवरही, कुशीनगर।

हला पता अर्जुनगंज, सरसवाॅ, लखनऊ।

4- विपिन कुमार पुत्र सर्वेश कुमार नि0 रामसुमेरगंज, थाना माधवगंज, हरदोई हाल पता बेगरिया रोड, दुबग्गा, लखनऊ।

कुल बरामदगीः-

1- 05 अदद डाक विभाग के कूटरचित ज्वाइनिंग लेटर।

2- 07 अदद ग्रुप सी (रेलवे) कूटरचित ज्वाइनिंग लेटर।

3- 03 अदद ग्रुप डी (रेलवे) कूटरचित ज्वाइनिंग लेटर।

4- 02 अदद प्रोविजन प्रिमिएड ट्रेनिंग लेटर।

5- 02 अदद भारतीय सेना का कूटरचित ज्वाइनिंग लेटर।

6- 08 अदद एफसीआई का कूटरचित ज्वाइनिंग लेटर।

7- 02 अदद उत्तर प्रदेश पुलिस का कूटरचित ज्वाइनिंग लेटर।

8- 02 ड्यूटी स्लिप कूटरचित।

9- 07 अदद आधार कार्ड।

10- 06 मोबाईल फोन।

11- 03 अदद निर्वाचन पहचान पत्र।

12- 04 अदद पैन कार्ड।

13- 02 अदद ड्राइविंग लाइसेन्स।

14- 03 अदद डेविट कार्ड।

15- 01 अदद लैपटाप (एचपी)

16- 01 अदद कलर प्रिन्टर।

17- 01 अदद चेकबुक आन्ध्रा बैंक।

18- रू0 3600/- नगद। 

         गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ एवं इनसे प्राप्त कूटरचित अभिलेखों से पाया गया गया कि इनका एक संगठित गिरोह है और यह कई वर्षो से सक्रिय हैं। ये लोग इण्टरनेट पर सरकारी नौकरी की वेबसाइट चेक करते रहते थे, इसके उपरान्त इन लोगों द्वारा यह पता लगाया जाता था, कि किस-किस सरकारी विभाग एवं गैर सरकारी विभागों में भर्तियां निकली है। भर्तियों का विज्ञापन निकलने के उपरान्त इन लोगों द्वारा इच्छुक अभ्यथियों को भेजकर फार्म भरने के लिये कहा जाता था। अभ्यर्थियों द्वारा संबंधित विभाग के विज्ञापन के अनुसार फार्म भरा जाता था। इसके उपरान्त  इन्हें  भर्ती करवा देने का झांसा देकर युवको से विभाग के अनुसार पैसे की माॅंग करते थे और एडवान्स के रूप में कुछ पैसा मिलने के उपरान्त अभ्यर्थियों को पूर्व से तैयार किये गये फर्जी ज्वानिंग लेटर दे दिया जाता था। इन लोगों द्वारा यह भी बताया गया कि अब तक इन लोगों द्वारा लगभग 80-90 लोगों के साथ इस प्रकार से ठगी कर चुके हैं। 

उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध पूर्व से जनपद लखनऊ के थाना गोमतीनगर में मु0अ0सं0 430/2021 धारा 419/420/467/468/471 भादवि के अभियोग पंजीकृत है। जिसमें इनको दाखिल किया गया। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।