लोनिवि में लागू "प्रहरी ऐप" की जानकारी देने हेतु नीति आयोग के संयोजन में वीडियो कान्फ्रेसिंग आयोजित

 

वेबवार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा

लखनऊ 19 जनवरी। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कुशल दिशा-निर्देशन में लोक निर्माण विभाग में लागू किये गये प्रहरी ऐप की विशेषताओं व विशिष्टियों की विस्तार से जानकारी देने हेतु नीति आयोग भारत सरकार के संयोजन में वीडियो कान्फ्रेसिंग का आयोजन आज किया गया। लोक निर्माण विभाग स्थित कमाण्ड सेन्टर से उ0प्र0 लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव नितिन रमेश गोकर्ण व सचिव समीर वर्मा ने प्रहरी ऐप के बारे में विस्तार से जानकारी दी। नितिन रमेश गोकर्ण ने बताया कि प्रहरी ऐप मोस्ट ट्रान्सपेरेन्ट सिस्टम है, इसके इस्तेमाल से उ0प्र0 में इसकी बेहद प्रशंसा हो रही है।

      समीर वर्मा ने प्रजेन्टेशन के दौरान प्रहरी ऐप की विशेषताओं व विशिष्टियों तथा उसके विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होने प्रहरी ऐप के माध्यम से तकनीकी बिड हेतु ठेकेदारों द्वारा भरे जाने वाले मास्टर डाटा जैसे-अनुभव, मैनपाॅवर, मशीनरी आदि का प्रहरी ऐप पर प्रोसेस करना तथा टेण्डर डालने की प्रक्रिया में विभिन्न स्तरों पर की जाने वाली कार्यवाही तथा तकनीकी मूल्यांकन के विभिन्न पैरामीटर्स के ऊपर प्रकाश डाला। उन्होने बताया कि प्रहरी ऐप के पारदर्शी सिस्टम और इसके लागू होने से तमाम समस्याओं का निराकरण भी हो गया है। इससे पहले टेण्डरिंग में तमाम तरह की शिकायतें आती थीं और उनके निराकरण में अनावश्यक रूप से समय बर्बाद होता था। प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग व सचिव लोक निर्माण विभाग ने प्रहरी ऐप के प्रजेन्टेशन के दौरान तमाम शंकाओं/आशंकाओं आदि का समाधान किया।

      वीडियो कान्फ्रेसिंग में नीति आयोग, विभिन्न राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों के लोक निर्माण विभाग/तत्सम्बन्धित विभागों, एन0आई0सी0, सी0पी0डब्लू0डी0 आदि विभागों के उच्चतम स्तर के अधिकारी मौजूद रहे। कमाण्ड सेन्टर में लोक निर्माण विभाग में विभागाध्यक्ष लोक निर्माण विभाग  राजपाल सिंह, मुख्य अभियन्ता आर0सी0 शुक्ला, जे0के0 बांगा व अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।