वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 12 जनवरी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर आज राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के सभी जनपदों में स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर उनका पुण्यस्मरण करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की गई।
समाजवादी पार्टी मुख्यालय में स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर नेता विरोधी दल विधानसभा राम गोविन्द चौधरी, राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी तथा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने पुष्पांजलि अर्पित की। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने स्वामी विवेकानंद को भावांजलि देते हुए कहा कि स्वामी जी ने असहाय और समाज के वंचित वर्गो की सेवा को ही ईश्वर की भक्ति माना था। अध्यात्म को सामाजिक सरोकारों से जोड़ा था। उन्होंने शिक्षा, सेवा, त्याग और समर्पण पर विशेष बल दिया था। उनका राष्ट्रवाद कट्टरता से मुक्त समन्वयवादी है। स्वामी जी मानते थे कि सांप्रदायिकता, असहिष्णुता और जातीयता ने इस देश को बहुत नुकसान पहुंचाया है।
श्री यादव ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का कहना था कि हमे सार्वभौमिक सहिष्णुता पर विश्वास के साथ सभी धर्मो को सच के रूप में हमें स्वीकार करना चाहिए। वे मानते थे कि मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं है। भूखे पेट और निरक्षरता से अध्यात्म की चर्चा नही हो सकती है। उन्हांेने युवाओं को स्वास्थ्य, शिक्षा और अनुशासनपूर्ण जीवन का संदेश दिया था।