एसटीएफः फ़र्ज़ी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग लीडर सहित 02 गिरफ्तार

वेबवार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा

लखनऊ 15 जनवरी। दिनांक 14-01-2021 को एसटीएफ उ0प्र0 को विभिन्न सरकारी विभागों में कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर स्थाई एवं संविदा पर नौकरी दिलाने के नाम पर सैकड़ो लोगो को झाॅसा देकर करोड़ों रूपये की ठगी करने वाले गैंग लीडर सहित 02 अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।

गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः-

1- मयूर मोहन श्रीवास्तव पुत्र श्याम मोहन श्रीवास्तव नि0 डी-137, पी अलीगंज, लखनऊ।

2- मोबिन अहमद पुत्र अली अहमद नि0 म0नं0 एच-14, सर्वोदय नगर, लखनऊ।

बरामदगीः-

1- 01 अदद लैपटाप।

2- कूटरचित परिचय पत्र (भारतीय खाद्य निगम))।

3- 25 अदद कूटरचित एडमिट कार्ड )सीबीएसई दिल्ली)।

4- 16 अदद कूटरचित पत्र (केन्द्रीय विद्यालय संगठन)।

5- 01 कार आईटेन यूपी 78 बीजेड 1252

6- रू0 नगद 3,890/-

        एसटीएफ उ0प्र0 को विगत कुछ दिनों से सूचना प्राप्त हो रही थी, कि कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर धोखा देने वाला गैंग उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में सक्रिय है। इस सम्बन्ध में भौतिक सूचनाएं एकत्र की गयी, तो पता चला कि मयूर मोहन श्रीवास्तव, मोबिन, दीपक गुप्ता व अन्य लोगों द्वारा एक गैंग बनाकर इस प्रकार धोखाधड़ी करने में सक्रिय है, जिनके द्वारा सचिवालय, पशुधन विभाग, भारतीय रेलवे, फूड कारपोरेशन आफ इण्डिया केन्द्रीय विद्यालय एवं संगठन, एनटीपीसी रायबरेली, दिल्ली पुलिस, होमगार्ड आदि में विभिन्न पदों पर स्थाई/अस्थाई नौकरी दिलाने के नाम पर सैकड़ों लोगो से धोखाधड़ी की जा रही है। धोखाधड़ी के षिकार हुए नवयुवकों ने बताया कि ये लोग अपना नाम पता असली नहीं बताते है। केवल सार्वजनिक जगहों पर ही मिलते है। हम लोगों ने अपनी जमीन जायदाद गहने गिरवी रखकर लाखों रूपये दिये है। इस सम्बन्ध में और अधिक जानकारी करने पर पता चला कि दिनांक 30.07.2020 को वादी श्री अरविन्द द्वारा मु0अ0सं0 461/2020 धारा 420, 406 भादवि थाना गाजीपुर, लखनऊ पर दिनांक 27.09.2020 को वादी राहुल कुमार सिंह द्वारा थाना सकलडीहा, जनपद चन्दौली पर मु0अ0सं0 140/2020 धारा 419, 420, 467, 468 भादवि व दिनांक 14-01-2021 को वादी श्री संजय सिंह द्वारा मु0अ0सं0 29/2021 धारा 420, 467, 468 भादवि थाना गाजीपुर, लखनऊ पर अभियोग पंजीकृत कराया गया है। जिस पर एसटीएफ की टीम द्वारा इनकी गहन तलाश की गयी, दिनाॅंक 14-01-2021 को जरिये मुखबिर सूचना प्राप्त हुई की सरकारी विभागों मंे स्थाई/संविदा पर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह का सरगना मयूर मोहन श्रीवास्तव अपने गिरोह के कुछ सदस्यों के साथ मुन्शी पुलिया चैराहा, थाना क्षेत्र गाजीपुर के पास किसी से मिलने आने वाला है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान पर पहुॅचकर मुखबिर के संकेत पर उसकी पहचान का विश्वास करते हुये आवश्यक बल प्रयोग कर 02 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई।     

      गिरफ्तार अभियुक्त मयूर मोहन ने पूछतांछ करने पर बताया कि वह पूर्व में हच मोबाईल कम्पनी में टीम लीडर व एक स्कूल में टीचर रह चुका है। वर्ष-2013 से इस धोखाधड़ी में लिप्त है, उसके व उसके गैंग द्वारा गरीब बेरोजगार विद्यार्थियों को चाय की दुकानों पर यहाॅ-वहाॅ सम्पर्क किया जाता था तथा उनसे सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा लिया जाता था। जिसके लिए उसके द्वारा विभिन्न विभागों से सम्पर्क कर किसी न किसी माध्यम से इन नवयुवको को ऐसे विभागों के भवनों के अन्दर ले जाया जाता था तथा वहाॅ इन्हे कूटरचित एपांइन्मेन्ट लेटर, ज्वाईनिंग लेटर व फर्जी वेब पेज पर कैन्डिडेटों के नाम टाईप कर उन्हे दिखाकर उनके नौकरी लग जाने के विषय में विष्वास दिला दिया जाता था। जिसके लिए उन्हे अलग-अलग शहरों में जैसे एफसीआई में नौकरी लगवाने के नाम पर नोएडा, गोमतीनगर लखनऊ, बलिया एफसीआई के आफिसों एवं फील्ड यूनिटों में ले जाया जाता था। इसी प्रकार केन्द्रीय विद्यालय के लिए विभिन्न रिजनल आफिस जैसे अलीगज, लखनऊ, कानपुर, झाॅसी, आगरा में ले जाया गया था। इसी प्रकार उसके व उसके गैंग द्वारा विगत 5-6 महीनों में ही एफसीआई में नौकरी दिलाने हेतु 49 लाख रूपये तथा केन्द्रीय विद्यालय के लिए 100 से अधिक युवको से 02 करोड़ रूपये से अधिक की धनराशि ऐठ लिया गया। यह पूछने पर कि इतने दुस्साहसिक तरीके से पूर्व विधायक के परिचितों से भी ठगी कर पैसा ले लिया गया है। जिस पर उसने बताया कि वह लोग पूर्व योजना के अनुसार किसी एक कैन्डिडेट के माध्यम से बाकी अन्य लोगों का पैसा प्राप्त करते है। जब काम न होने पर यदि वह अधिक दवाब बनाने में सफल हो जाता है तो उसके कुछ पैसे लौटाकर उसे विश्वास दिलाते थे कि मुकदमा लिखवाने या कोर्ट कचहरी के चक्कर काटने से तुम्हे इससे ज्यादा कुछ हासिल नहीं होगा तथा अन्य लोगों को यह कहकर नकार देते थे कि जब तुमसे पैसा ही नहीं लिया गया तो लौटाने का प्रश्न ही नहीं होता। 

गिरफ्तार अभियुक्तों को मु0अ0सं0 29/2021 धारा 420, 467, 468 भादवि थाना गाजीपुर, लखनऊ में दाखिल किया जा रहा है। अग्रिम कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।