स्पार्क इंडिया ने दो दिवसीय विश्व विकलांगता दिवस मनाया


वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 06 दिसम्बर। स्कूल फॉर पोटेंशियल एडवांसमेंट एंड रिस्टोरेशन ऑफ कॉन्फिडेंस (स्पार्क) इंडिया ने 4 और 5 दिसंबर 2020, शुक्रवार और शनिवार को वस्तुतः विश्व विकलांगता दिवस मनाया। दो दिनों के उत्सव में चार सत्र शामिल थे।  सत्र 1- समुदाय आधारित समावेशी विकास का अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य, सत्र 2- सेरेब्रल पाल्सी पर राष्ट्रीय वेबिनार 4 दिसंबर 2020 को क्रमशः 11:00 से 12:30 बजे और शाम 5 से 6:30 बजे। 5 दिसंबर 2020 को सुबह 11 बजे से 12:30 बजे तक सत्र 3 शहरी क्षेत्रों में विकलांग लोगों के साथ कौशल विकास और ग्रामीण क्षेत्रों में विकलांगों के लिए आजीविका के अवसर और शाम 5 बजे से शाम 6:30 बजे तक सत्र 4 एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतिभा शो था, जिसमें ज्योति किरण स्कूल स्पार्क इंडिया के विकलांग बच्चों द्वारा फैंसी ड्रेस शोकेस किया गया । सभी चार सत्रों में कुल 150 से अधिक प्रतिभागी थे और सत्रों की सूत्रधार श्रीमती निधि बासु, संस्थापक निदेशक लॉजिक बॉक्स कम्युनिकेशंस प्रा. लिमिटेड थीं। यह कार्यक्रम समाज और विकास के सभी क्षेत्रों में विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों और कल्याण को बढ़ावा देने और राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक जीवन के हर पहलू में विकलांग व्यक्तियों की स्थिति के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए आयोजित किया गया था।
        पहले सत्र की अध्यक्षता नीदरलैंड्स के फ्रीलांसर इंटरनेशनल इनक्लूसिव डेवलपमेंट एक्सपर्ट प्रो. ह्युब कॉर्निलेज ने की। अन्य अतिथि वक्ताओं गौतम चौधरी सलाहकार विकलांगता क्षेत्र, कोलकाता, अखिल पॉल, संस्थापक सेंस इंटरनेशनल इंडिया और डॉ. अमिताभ मेहरोत्रा संस्थापक निदेशक सह सचिव स्पार्क इंडिया ने अपने विचार साझा किए ।
       दूसरे सत्र की अध्यक्षता प्रोफेसर डॉ. ए.के. पुरोहित चेयरपर्सन इंडियन एकेडमी ऑफ सेरेब्रल पाल्सी (आई.ए.सी.पी) ने की। अन्य अतिथि वक्ताओं में के.डी. मल्लिकार्जुन, अध्यक्ष आई.ए.सी.पी और डॉ. अमिताभ मेहरोत्रा संस्थापक निदेशक सह सचिव स्पार्क इंडिया थे।
        शहरी क्षेत्रों में विकलांग लोगों के साथ कौशल विकास के तीसरे सत्र की अध्यक्षता डॉ. संजय प्रधान ने की, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के प्रमुख सकारात्मक कार्रवाई। अन्य अतिथि वक्ताओं मीरा भाटिया संस्थापक साईं स्वयंम सोसाइटी, डीडी न्यूज साइन लैंग्वेज इंटरप्रेटर, सोशल वर्क, नई दिल्ली, बसिथ कासिम कंसल्टेंट डाइवर्सिटी एंड इंक्लूजन, फाउंडर वी आर योर वॉयस और मनीष कुमार, प्रोग्राम मैनेजर-एबल, लाइवलीहुड्स टीम, एआईएफ गुड़गांव ने अपने विचार साझा किए। ग्रामीण क्षेत्रों में विकलांगों के लिए सत्र आजीविका के अवसरों की अध्यक्षता आईसीआईसीआई फाउंडेशन के सी.ओ.ओ.  अनुज अग्रवाल ने की। अन्य अतिथि वक्ताओं समीर घोष, फ्रीलांसर कंसल्टेंट, शोधना, पुणे, गुरुशरण खुराना, नवज्योति ग्लोबल सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक और डॉ. अमिताभ मेहरोत्रा संस्थापक निदेशक सह सचिव स्पार्क इंडिया ने अपने विचार साझा किए।
        उपर्युक्त सत्रों में सभी वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए और 90 से अधिक प्रतिभागियों को प्रेरित किया। सत्र बहुत जानकारीपूर्ण, रोचक और सराहनीय थे। सभी वक्ताओं ने स्पार्क इंडिया द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की और भविष्य में इस तरह के कई और सत्र आयोजित करने का अनुरोध किया।
        चौथा सत्र सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतिभा प्रदर्शन था जिसमें ज्योति किरण स्कूल स्पार्क इंडिया के विकलांग बच्चों द्वारा फैंसी ड्रेस शोकेस किया गया । शोकेस कोरोना योद्धाओं, कोरोना की सावधानियों, फलों और सब्जियों के विषय पर था। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. राजेश टंडन (संस्थापक, पी.आर.आई.ए फाउंडेशन और संयुक्त राष्ट्र अध्यक्ष) ने स्पार्क इंडिया के काम की सराहना की और सभी को बधाई दी और हमारे बच्चों को आशीर्वाद दिया। उन्होंने अपने गूढ़ शब्दों से भी प्रेरित किया। जोआचिम कोलाको मुख्य प्रबंधक, आई.सी.आई.सी.आई बैंक प्रा. लिमिटेड इस अवसर पर हमारे माननीय अतिथि थे। सीडब्ल्यूडी के माता-पिता सहित लगभग 50 प्रतिभागी थे। ज्योति किरण स्कूल के विकलांग बच्चों ने इसमें सक्रिय रूप से भाग लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कोरोना वॉरियर्स और एहतियाती वस्तुएँ- डॉक्टर (आयुष), क्लीनर (ऋतिक), स्प्रे सेनिटाइज़र (प्रांजल), फल विक्रेता (जयवंत), शिक्षक (राजशेखर), फल- नारंगी (अर्पित), गाजर (दीपाली गौतम), अमरूद (गौरांग), सेब (प्रांजल), आम (शिवन), केला (राजशेखर), अनार (तौहीद), अनानास (सूरज), संतरा (संजना), तरबूज (जयवंत), कीवी (नावेद), स्ट्रॉबेरी (ऋतिक) और अंगूर (हरिओम), सब्जियां- बैंगन (आयुष), मूली (उविश), टमाटर (प्रज्ञा), पपीता (शुभम), हरी मिर्च (रेहान), नींबू (शिवांश), फूलगोभी (आष्टिक), आलू (विक्की), बोतल लौकी (अंशी), बैंगन (आयुष)।
         इसमें COVID-19 पर लघु वृत्तचित्र भी शामिल थे, जो राजशेखर और गौरांग अवस्थी, यश मौर्य, तन्वी, नीरज आदि द्वारा बनाए गए थे। कुछ दिव्यान्गों ने वस्तुतः नृत्य और गायन भी प्रदर्शित किए। छात्रों ने नारों के साथ इसके महत्व के बारे में भी बताया, जिसका वे चित्रण कर रहे थे। प्रदर्शन पर प्रकाश डालते हुए डॉ. अमिताभ मेहरोत्रा संस्थापक निदेशक सह सचिव स्पार्क इंडिया ने माता-पिता, सुविधाकर्ताओं और टीम के सदस्यों को उनके अपार समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमें याद रखना चाहिए कि ये बच्चे बहुत विशेष हैं, इसलिए हमें उनके लिए समृद्ध योगदान देना होगा और हमें विकलांग लोगों को वो काम करने देना चाहिए जो वे करना चाहते हैं व हमें उनके लिए मार्गदर्शक बल और समर्थक बनना चाहिए।