वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 26 दिसंबर। एटा में पुलिस प्रशासन द्वारा अधिवक्ता राजेन्द्र शर्मा एवं उनके परिवार की निर्मम पिटाई को अफसोसजनक बताते हुये राष्ट्रीय लोकदल विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अंकुर सक्सेना ने कहा कि सरकार के इशारे पर जिस प्रकार से घर में घुसकर अधिवक्ता और उसके परिवार की पिटाई की गयी एवं मा0 उच्च न्यायालय के स्थगन आदेश के बावजूद उनके मकान पर कब्जा कराया गया वह लोकतंत्र पर एक बदनुमा दाग है और मा0 न्यायालय के आदेशों की अवहेलना है। भाजपा सरकार में हो रही इस तरह की घटनाएं अग्रेजी हुकूमत का भी रिकार्ड तोड़ रही हैं।
उन्होंने कहा कि यह घटना सरकार की विफलता का परिणाम है। सरकार कानून एवं विधि व्यवस्था को बनाये रखने में फेल हो चुकी है जिसके परिणाम स्वरूप एटा पुलिस ने भाजपा के स्थानीय पदाधिकारी के दबाव में जिले के सरकारी अधिवक्ता के घर में घुसकर सभी सदस्यों के साथ जबरन मारपीट की गयी जिसमेें महिलाएं और बच्चे भी घायल हुये हैं। पुलिस द्वारा फर्जी तरीके से जमीन पर जबरन कब्जा कराने के लिए किये गये इस उपद्रव में परिवार के सदस्यों के उपर फर्जी तरीके से जानलेवा धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है जोकि मानवाधिकारों का स्पष्ट रूप से उल्लंघन है।
उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस द्वारा की गयी गुण्डई एवं अधिवक्ता परिवार पर दर्ज किये गये फर्जी मुकदमें के लिए दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करते हुये मा0 उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायधीष अथवा सी0बी0आई0 जांच कराये जाने की मांग की।