वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 27 दिसंबर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में स्थापित किए गए धान क्रय केन्द्रों पर किसानों को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। यदि उन्हें कोई समस्या हो, तो उसका त्वरित निस्तारण किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी नोडल अधिकारी किसानों को सहूलियत प्रदान करने के दृष्टिगत रणनीति तैयार करें। उन्होंने धान क्रय केन्द्रों में अनियमितता करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक मंे धान क्रय की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य मुख्यालय से प्रदेश के सभी जनपदों को भेजे गए नोडल अधिकारी इस बात की समीक्षा करें कि सभी जनपदों में जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों, अपर जिलाधिकारियों/अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों, उप जिलाधिकारियों/उप पुलिस अधीक्षकों, नायब तहसीलदारों/निरीक्षकों द्वारा किसान संगठनों से संवाद स्थापित किया गया है अथवा नहीं। इसकी रिपोर्ट मंगलवार तक शासन को उपलब्ध कराई जाए। जिन जनपदों में कर्मचारी समय पर नहीं आते हैं, उन जनपदों में जिलाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जरूरतमंद किसान का धान हर हाल में खरीदा जाए। धान क्रय केन्द्रों पर बोरों की पर्याप्त संख्या में व्यवस्था की जाए। धान क्रय केन्द्र पर किसानों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों की सभी समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर है। किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य सुनिश्चित कराने की दिशा में निरन्तर प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य सरकार पूरी संवेदनशीलता से किसानों के साथ खड़ी है।
बैठक में मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी0 अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।