मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को और तीव्र करने के निर्देश दिये


वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 06 अगस्त। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को और तीव्र करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को एक चुनौती मानते हुए इससे निपटने के लिए किये जा रहे प्रयासों में तेजी लायी जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रोएक्टिव होकर कार्य करना आवश्यक है।
       मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने जनपद कानपुर नगर, झांसी, वाराणसी, गोरखपुर तथा प्रयागराज में कोविड-19 के उपचार व संक्रमण नियंत्रण की व्यवस्था को और बेहतर करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जनपद कानपुर नगर में एस0जी0पी0जी0आई0 अथवा के0जी0एम0यू0 के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम भेजी जाए, जो वहां कैम्प कर चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने में आवश्यक सहयोग एवं मार्गदर्शन प्रदान करे। उन्होंने अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य तथा अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा शिक्षा को जनपद लखनऊ के एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों का भ्रमण कर भरे तथा रिक्त बेड्स की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने जनपद कानपुर नगर सहित पूरे प्रदेश में सर्विलान्स व्यवस्था को और प्रभावी बनाए जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग तथा डोर-टू-डोर सर्वे गतिविधियां बेहतर की जाएं। उन्होंने कन्टेनमेंट जोन में पूरी सावधानी बरतते हुए व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश देते हुए कहा कि कन्टेनमेंट जोन में प्रत्येक व्यक्ति का मेडिकल टेस्ट कराया जाए।
       मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि जनपद स्तर पर इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेण्टर द्वारा दूरभाष के माध्यम से होम आइसोलेशन में गये प्रत्येक व्यक्ति से संवाद बनाते हुए उनके स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी प्राप्त की जाए। इस कार्य में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन का भी उपयोग किया जाए। उन्होंने मास्क के अनिवार्य उपयोग के सम्बन्ध में प्रवर्तन कार्रवाई में तेजी लाने के निर्देश भी दिये।
       मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जनपद में एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों में पर्याप्त संख्या में बेड्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही, आवश्यकतानुसार चिकित्सा कर्मियों तथा मेडिकल उपकरणों की समुचित व्यवस्था भी की जाए। एल-2 तथा एल-3 कोविड अस्पताल में मानक के अनुरूप वेन्टिलेटर्स की व्यवस्था रहनी चाहिए। उन्होंने टेस्टिंग क्षमता में निरन्तर वृद्धि किये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि आर0टी0पी0सी0आर0 के माध्यम से प्रतिदिन की जा रही टेस्टिंग को बढ़ाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 में बचाव सबसे महत्वपूर्ण हैं। इसलिए लोगों को इस रोग से बचने के सम्बन्ध में निरन्तर जागरूक किया जाए। संक्रमित होने पर व्यक्ति को समय पर कोविड अस्पताल पहुंचाकर लक्षण के आधार पर उसका उपचार किया जाना चाहिए।
     मुख्यमंत्री ने महानिदेशक, स्वास्थ्य तथा महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा को प्रदेश के एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों में बेड्स की संख्या में हुई वृद्धि का विवरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि जनपद स्तर पर इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेण्टर के लिए तैनात नोडल अधिकारी की जानकारी सम्बन्धित जिलाधिकारी से प्राप्त की जाए। उन्होंने जनपद स्तर पर एम्बुलेंस सेवा के प्रभावी संचालन के लिए नामित प्रभारी अधिकारी का विवरण सम्बन्धित मुख्य चिकित्सा अधिकारी से प्राप्त करने के भी निर्देश दिये।
      मुख्यमंत्री ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में प्रभावित लोगों के लिए राहत व बचाव कार्य प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावितों को हर सम्भव राहत उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत कार्याें के सम्बन्ध में नियमित मीडिया ब्रीफिंग की जाए। बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत एवं बचाव कार्याें की जानकारी जनपद स्तर पर मीडिया को उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने कहा कि रोजगार उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में जनपद स्तर पर जिला सेवायोजन कार्यालय को सक्रिय किया जाए।
       इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल, पुलिस महानिदेशक हितेश सी0 अवस्थी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास तथा पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।