देश में प्रतिदिन टेस्टिंग की संख्या बढ़कर 7 लाख पहुंच चुकी है और यह लगातार बढ़ रही - प्रधानमंत्री


वेबवार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा 
लखनऊ 11 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज देश में प्रतिदिन टेस्टिंग की संख्या बढ़कर 7 लाख पहुंच चुकी है और यह लगातार बढ़ रही है। इससे संक्रमण को पहचानने और रोकने में मदद मिल रही है। उन्होंने कहा कि भारत में एवरेज फैटेलिटी रेट पहले भी दुनिया के मुकाबले काफी कम था और यह लगातार कम हो रहा है। ऐक्टिव केसेज का प्रतिशत भी कम हुआ है और रिकवरी रेट बढ़ा है। इसका अर्थ है कि हमारे प्रयास कारगर सिद्ध हो रहे हैं। इससे लोगों के बीच भरोसा और आत्मविश्वास बढ़ा है और डर कम हुआ है।
      प्रधानमंत्री ने कोविड-19 के दृष्टिगत राज्यों के मुख्यमंत्रियों से आज वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद स्थापित करते हुए यह विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा से हमें एक-दूसरे के अनुभवों से काफी कुछ सीखने-समझने को मिलता है। इससे जहां एक ओर जमीनी वस्तुस्थिति की जानकारी और व्यापक होती है, वहीं यह भी पता चलता है कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित 10 राज्यों के मुख्यमंत्रीगण उपस्थित थे। इनमें आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, पंजाब, बिहार, गुजरात तथा तेलंगाना के मुख्यमंत्री शामिल हैं।
     प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ कन्टेनमेंट, काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग और सर्विलान्स प्रभावी हथियार हैं। जनता इस बात को समझ रही है, लोग सहयोग कर रहे हैं। जनजागरूकता हमारी कोशिशों के अच्छे परिणाम की तरह है। उन्होंने कहा कि होम क्वारंटीन की व्यवस्था इसी वजह से आज इतने अच्छे तरीके से लागू हो पा रही है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर शुरुआत के 72 घण्टों में ही केसेज की पहचान हो जाए तो, यह संक्रमण काफी हद तक धीमा हो जाता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज टेस्टिंग नेटवर्क के अलावा हमारे पास आरोग्य सेतु एप भी है। इसके माध्यम से हम कई काम आसानी से कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हाॅस्पिटल में बेहतर मैनेजमेंट हो रहा है। साथ ही, आई0सी0यू0 बेड्स की संख्या बढ़ाने जैसे प्रयासों से भी काफी मदद मिली है। सभी राज्यों के अनुभवों का भी लाभ मिल रहा है। राज्यों में जमीनी हकीकत की निरन्तर निगरानी करके जो नतीजे पाये गये, सफलता का रास्ता उसी से बना है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राज्यों के अनुभव की ताकत से देश कोरोना के विरुद्ध लड़ाई पूरी तरह से जीतेगा और एक नई शुरुआत होगी।
       मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान प्रधानमंत्री को अवगत कराया कि प्रदेश में अब तक 1,31,763 पाॅजिटिव केसेज सामने आये हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या 48,998 है, जबकि पूर्ण उपचारित मरीजों की संख्या 80,589 है। होम आइसोलेशन में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 20,818 है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद में इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एवं कन्ट्रोल सेण्टर स्थापित कर कोविड-19 प्रबन्धन की समस्त कार्यवाही संचालित की जा रही है। प्रदेश के सभी सरकारी एवं निजी चिकित्सालयों, सरकारी कार्यालयों व उद्योगों में 61,775 कोविड हेल्प-डेस्क की स्थापना की गई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 01 से 15 जुलाई 2020 के मध्य 80 हजार से अधिक टीमों के माध्यम से विशेष कोविड-19 सर्विलांस अभियान चलाया गया। इस दौरान 20.88 करोड़ व्यक्तियों का सर्वेक्षण करते हुए 1,80,007 लक्षण युक्त व्यक्तियों को सूचीबद्ध कर कोविड की जाँच कराई गई। प्रदेश में स्थापित समस्त कोविड हैल्प डेस्क पर एवं सर्विलांस टीमों को कुल 1,11,424 पल्स आॅक्सीमीटर एवं 1,14,125 इन्फ्रारेड थर्मामीटर उपलब्ध कराए गए हैं।
        मुख्यमंत्री ने कहा कि निरन्तर सर्विलांस हेतु 70,000 से अधिक टीमों का गठन कर क्रियाशील किया गया तथा अब तक 8.30 करोड़ व्यक्तियों को बचाव के उपाय में संवेदीकृत किया गया तथा 85 हजार लक्षण ग्रस्त व्यक्तियों को चिन्हित कर उनकी टेस्टिंग की कार्यवाही की गई। प्रदेश में लेवल-1 के 1,23,460, लेवल-2 के 15,812 एवं लेवल-3 के 12,490 बेड स्थापित किए गए हैं। इनमें से 4,000 के ऊपर बेड पर आई0सी0यू0 की सुविधा उपलब्ध है। इसे अगस्त माह के अन्त तक बढ़ाकर 8,000 हजार तक करने का प्रयास किया जा रहा है।
        मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीजों के उपचार में आधुनिकतम तकनीकी का प्रयोग कर मृत्यु दर में कमी लाने प्रयास किया जा रहा है। अगस्त माह में कोविड संक्रमित मरीजों की मृत्यु दर घट कर 0.6 प्रतिशत रह गई है, जबकि सकल मृत्यु दर 1.7 प्रतिशत है। प्रदेश में अद्यतन कुल 120 सरकारी लैबों एवं 39 निजी लैब द्वारा कोविड संक्रमण की जाँच की जा रही है जिनमें से कुल 33 सरकारी लैब में आर0टी0पी0सी0आर0 जाँच की सुविधा स्थापित की गई है। प्रदेश के जिला अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में 115 ट्रूनेट मशीन स्थापित कर त्वरित जाँच की सुविधा दी जा रही है। प्रदेश में विगत 15 दिनों से प्रतिदिन लगभग 01 लाख व्यक्तियों की जाँच की जा रही है, जो सम्पूर्ण देश में सर्वाधिक है। प्रदेश में प्रति 10 लाख जनसंख्या पर टेस्टिंग दर 14,175 है, जबकि देश का औसत 18,086 है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत एक माह में देश में किए गए कुल कोविड टेस्टिंग में प्रदेश का योगदान 16.76 प्रतिशत रहा है। अब तक प्रदेश में 33.14 लाख कोविड टेस्टिंग की जा चुकी है। अगस्त माह के अन्त तक 17 अतिरिक्त लैबों में आर0टी0पी0सी0आर0 की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब आर्थिक गतिविधियां बढ़ रही हैं। गत वर्ष जुलाई माह में 10,926 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्ति हुई थी, जिसकी तुलना में इस वर्ष जुलाई माह में 10,675 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्ति हुई है।
        मुख्यमंत्री  ने कहा कि प्रदेश में सूक्ष्म, लघु, मध्यम एवं वृहद श्रेणी की कुल कार्यरत 7,96,114 इकाइयों में 50.08 लाख श्रमिक कार्यरत हैं। आत्मनिर्भर पैकेज के अन्तर्गत दिनांक 07 अगस्त 2020 को ऑनलाइन ऋण वितरण कार्यक्रम आयोजित कर 9,680 करोड़ रुपये के वित्तीय ऋण स्वीकृत कर वितरित किए गए। इससे लगभग 13 लाख नए रोजगारों का सृजन हुआ है। मनरेगा के अन्तर्गत अब तक 19.76 करोड़ मानव दिवस का सृजन करते हुए 4041.82 करोड़ रुपये मानदेय का भुगतान किया गया है, जो देश में सर्वाधिक है। आरोग्य सेतु एप उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 2.51 करोड़ डाउनलोड हुए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट हेतु रिएजेन्ट व किट भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने इस व्यवस्था को आगे भी जारी रखने का आग्रह किया। कोविड के बचाव के क्रम में उपयोगी साबित हो रहे एच0एफ0एन0सी0 उपकरणों की खरीद में उन्होंने भारत सरकार से सहयोग का अनुरोध भी किया।
      वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के उपरान्त मुख्यमंत्री ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग को अलग-अलग मण्डलों का भ्रमण कर वहां के अस्पतालों में कोविड बेड्स की संख्या में बढ़ोत्तरी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
      इस अवसर पर मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।