और जब न्याय के लिए धरने पर बैठ गयी महिलाएं


- महिलाओं ने एसडीएम से बताई आपबीती, कहा वर्चस्व की जंग में दूसरे को मोहरा बनाकर हो रही जबरदस्ती 
 
वेबवार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/एस के सोनी 
रायबरेली 31 जुलाई। विवाद जमीन का, दबंगई विपक्ष की और विपक्ष ही गांव वालों पर बलात्कार जैसे संगीन मामलों में फंसाने की धमकी दे रहा है यही नही दूसरे के उकसाने पर निराधार आरोप पुलिस पर भी लगाए गए है। ऐसा ही एक मामला शुक्रवार को एसडीएम कार्यालय के सामने देखने को मिला। जानकारी के अनुसार डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के रसूलपुर धरावा निवासिनी मैनाज बानो, सलमा, शहीद निशा, शकीला, अकबरी बेगम, नाजनी सहित दर्जनों महिलाओं ने शुक्रवार को एसडीएम के पास पहुंचकर बताया कि गांव की एक महिला अपना वर्चस्व कायम करने के लिए दूसरे को मोहरा बनाकर जबरदस्ती हम सब लोगों की भूमि पर कब्जा कर रहे हैं, जब हम लोगों ने मना किया तो  सभी लोग झगड़ा झंझट पर आमादा हो गए तथा हम लोगों को बलात्कार के केस में फंसाने की धमकियां दे रहे है, जबकि गांव के सभी लोगों को मालूम है कि यह विवाद कई दिनों से जमीन को लेकर चल रहा है। वही असिरुन निशा का आरोप है कि मेरी जमीन पर मेरी गुमटी रखी हुई है। असिरुन निशा के साथ भी कई महिलाओं ने एसडीएम के पास पहुंचकर आपबीती बताई है। इस संबंध में कोतवाली प्रभारी श्रीराम का कहना है कि दोनों पक्षों का जमीन का विवाद है। असीरुन निशा के साथ तीन चार महिलाएं आई हुई थी दूसरे पक्ष की महिलाओं को भी बुलाने के लिए फोर्स को भेजा गया था लेकिन बिना तहरीर दिए ही वह तहसील चली गई और कुछ लोगों के उकसाने पर निराधार आरोप लगाने लगी।