केशव मौर्य ने कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर विभागीय अधिकारियों की बुलाई बैठक

वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 2 अप्रैल। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि कोरोना वायरस का संक्रमण   फैलने न पाए, इसके लिए हम सबको पूरी गंभीरता और  संवेदनशीलता के साथ लाक डाउन का पालन तो करना ही है, साथ ही हमें गरीबों ,रोज कमाने खाने वाले लोगों व श्रमिकों की मदद भी करनी है ।उन्होंने कहा कि सरकार जहां एक तरफ चिकित्सा सेवायें  दे रही है ,वहीं युद्ध स्तर पर काम करके लोगों को राहत सामग्री व आर्थिक सहायता भी प्रदान की जा रही है ।
        केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि गरीबों की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है और हम गरीबों की सेवा के लिए पूरी  तत्परता के साथ काम कर रहे हैं।  कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं लोगो को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से आज उप मुख्यमंत्री की अध्यक्षता मे लोक निर्माण विभाग /सेतु निगम /राजकीय निर्माण निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक का आयोजन उप मुख्यमंत्री के आवास 7-कालिदास मार्ग पर किया गया । उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बताया कि लोक निर्माण विभाग /सेतु निगम व राजकीय निर्माण निगम के सभी अधिकारी व कर्मचारी अपना 01 दिन का वेतन मा0 प्रधानमंत्री केयर फंड  / मा0 मुख्यमंत्री राहत कोष मे देंगे। यह धनराशि लगभग रू 5 करोड़ होगी ।
         उपमुख्यमंत्री ने यह भी बताया की  अधिकतर जिलों में आवश्यकता के अनुरूप लोक निर्माण विभाग द्वारा स्वयंसेवी संस्थाओं व समाजसेवियों के माध्यम से कम्युनिटी किचन सेंटर चलाये जाएंगे। जिनमें लखनऊ कानपुर व प्रयागराज में कम्युनिटी किचेन सेंटर प्रारंभ कर दिए गए हैं। 
          अन्य जिलों में भी शीघ्र ही  कम्युनिटी किचन सेंटर खोले जाएंगे, जिनके माध्यम से गरीबों को भोजन के पैकेट वितरित किए जाएंगे ,यही नहीं खाद्यान्न सामग्री आलू ,चावल, आटा, चना, लाइ,सत्तू, नमक आदि  पैकेट भी अलग से देने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह चलाए जाने वाले कम्युनिटी किचन सेंटर  के बारे में नोडल अधिकारियों   का तत्काल चयन कर ले और वह  स्वयं सेवी संस्थाओं व समाजसेवियों के माध्यम से लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में आवश्यकता के अनुरूप कम्युनिटी किचेन सेंटर अपनी देखरेख में संचालित कराएंगे ।
        उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उन्होंने अपना एक माह का वेतन प्रधानमंत्री राहत कोष व 1 माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में प्रदान किया है। 
         उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए की ऐसी व्यवस्था अपनी देखरेख में सुनिश्चित करें कि कोई भूखा ना रहे। संकट की इस घड़ी में हम सबको योगदान देना हमारा कर्तव्य बनता है। उन्होंने कहा कि हमें यह भी ध्यान देना है कि लोक निर्माण विभाग के कार्यों में लगे रहे श्रमिको को भी राहत सामग्री व कम्युनिटी किचन सेंटर का लाभ मिले। यही नहीं उन्होंने यहां पर जरूरत के अनुरूप साबुन, मास्क आदि भी वितरित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा है कि भोजन की गुणवत्ता व सुरक्षा के मानकों में कोई अनदेखी नहीं होनी चाहिए। लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण गृहों में सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था भी कराने के उन्होंने निर्देश दिए हैं। 
      उन्होंने कहा जैसे ही लाक डाउन खत्म होता है, सभी निर्माण कार्य तत्काल प्रारंभ किये जांए ताकि मजदूरों को व बेरोजगार लोगों को काम मिल सके और उनकी रोजी रोटी आसानी से चलने लगे। इसके लिए उन्होंने अभी से लोक निर्माण विभाग/ सेतु निगम व राजकीय निर्माण निगम के अधिकारियों को एलर्ट रहने के निर्देश देते हुए कहा कि अभी से ठोस व प्रभावी रणनीति बना ली जाए ताकि लॉक डाउन खत्म होते ही कार्य युद्ध स्तर पर प्रारंभ हो जाएं, उन्होंने कहा इस हेतु मैन पावर का आंकलन पहले से कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि हमें अपने सेवा धर्म का निर्वाह हर हाल में करना है।
        इस अवसर पर प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग नितिन रमेश गोकर्ण, सचिव रंजन कुमार, समीर वर्मा विभागाध्यक्ष लोक निर्माण विभाग, आरआर सिंह प्रमुख अभियंता, राजपाल सिंह, सत्येंद्र कुमार श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता संजय गोयल, विशेष कार्याधिकारी प्रदीप कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।