कई दिनों से भूखी लाचार महिला को मनोज सिंह ने अस्पताल में भर्ती करवाया

- दोस्तो भूख एक कैंसर की तरह है और इसे हम सबको मिलकर हराना होगा I यह समय है लोगों की मदद करने का, क्यूंकि बहुत से लोग आज भी बिना कुछ खाए सो रहे हैं। तो आइये मित्रो इस आपातकालीन समय मे गरीब व ज़रूरतमंदों को भोजन के लिए अपना योगदान दे - मनोज सिंह पटेल


संजय सोनकर
लखनऊ। आज कोरोना वायरस महामारी के रूप में पूरे विश्व में फैल चुकी है। इसके कारण पूरी दुनिया त्राहि-त्राहि कर रही हैं। भारत भी इस त्रासदी से जूझ रहा है। लॉक डाउन के चलते आम जनता तराई त्राहि-त्राहि कर रही है। समाज का एक बहुत बड़ा वर्ग भूख से परेशान है हालांकि सरकार पूरी तरह से संघर्षरत है कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए चाहे उसे राशन देना पड़े या भोजन। इसके बावजूद भी बहुत बड़ा वर्ग जो इस राहत से महरूम है लेकिन समाज में ऐसे भी लोग हैं जो इस त्रासदी मैं बाहर निकल कर आम जनता की सेवा में जी जान से लगे हुए हैं। ऐसा ही एक नाम मनोज सिंह पटेल का है जो अपने साथियों के साथ गरीब और जरूरतमंद लोगों को भोजन कराने में जुटे हुए हैं।
     आज देखने में आया कि एक महिला जिसने शायद कई दिनों से कुछ न खाने के कारण उसका पूरा शरीर सूख गया था। खाना न मिलने के कारण पूरे शरीर की एक एक हड्डिया दिख रही थी। वह चलने फिरने में मोहताज़ हो चुकी थी और उसे कोई सहारा और खाना भी नही देने वाला था। जिससे खाना मिल जाए और भूख मिट जाए। आज सुबह सुबह जब टीम मनोज सिंह के साथी गोपाल सिंह गोमती नगर रेलवे स्टेशन पर खाना वितरण करने गए तो रेलवे लाइन्स के किनारे उस वृद्ध महिला को देखा।
 जब उससे पूछा कि क्या हुआ है तब उसने अपना हाथ उठाकर मुँह की तरफ दिखाया और इशारे से समझाया की 15 दिन से खाना नही खाया है। टीम मनोज सिंह के साथी गोपाल ने उन्हें खिलाने की कोशिश तो वाह कुछ भी नहीं खा पा रही थी। फिर गोपाल जी ने तत्काल 112 पर फ़ोन किया और 108 से एम्बुलेंस बुलाई। इसके बाद पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करवा दिया जहां माता जी का अभी इलाज़ चल रहा है।