प्रदेश के जी0एस0डी0पी0 में 5.3% की वृद्धि,वर्ष 18-19 में प्रतिव्यक्ति आय 66512 रू0 आंकलित

वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। अर्थ एवं संख्या प्रभाग, राज्य नियोजन  संस्थान, उत्तर प्रदेश द्वारा राज्य आय के वर्ष 2018-19 के त्वरित अनुमान स्थिर (2011-12) एवं प्रचलित भावों पर तैयार कर जारी किये गये हैं। वर्श 2018-19 के त्वरित अनुमान प्रचलित एवं स्थायी (2011-12) भावों पर केन्द्रीय सांख्य कीय कार्यालय, नई दिल्ली, भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई रीति विधायन का अनुसरण कर प्रदेष सरकार के विभिन्न सम्बन्धित विभागों द्वारा उपलब्ध कराये गये अनन्तिम एवं त्वरित आकड़ों का प्रयोग कर तैयार किये गये हंै। यह जानकारी, निदेशक अर्थ एवं संख्या श्री अरविन्द कुमार पाण्डेय ने दी।
      श्री पाण्डेय ने बताया कि वर्श 2018-19में स्थिर भावों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी)  में 5.3ः की वृद्धि दर अनुमानित की गयी है। घरेलू मूल्य वर्धन (जीएसवीए) में प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक खण्डों की वृद्धि दर क्रमषः  2.1ः,4.5ः,7.6ः अनुमानित हुई है। घरेलू उत्पाद (एनएसडीपी) में 5.4ः की वृद्धि दर अनुमानित की गयी है।  प्रचलित भावों पर निवल राज्य घरेलू उत्पाद  के संदर्भ में वर्श 2018-19 की  प्रतिव्यक्ति आय रू॰ 66512 आंकलित हुई है जो गत वर्ष से 13.1ः की वृद्धि दर को दर्षाता है। वर्श 2018-19 में प्रचलित भावों पर सकल राज्य मूल्य वर्धन (जीएसवीए) का खण्डवार वितरण इस प्रकार है- (क) प्राथमिक  खण्ड-25.8ः (ख) द्वितीयक  खण्ड-27.0ः तथा  (ग) तृतीयक  खण्ड-47.2ः उक्त अनुमानों का विस्तृत विवरण निम्नवत्् हैः- स्थिर  (2011-12)  भावों पर राज्य आय अनुमान बाजार मूल्यों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी)।
      निदेशक अर्थ एवं संख्या ने बताया कि राज्य आय के वर्ष 2018-19 के त्वरित अनुमान के अनुसार प्रदेष का सकल राज्य घरेलू उत्पाद रू॰ 1137469 करोड़ अनुमानित किया गया है जो गत वर्ष से 5.3ः की वृद्धि दर को दर्षाता है। बुनियादी मूल्यों पर सकल राज्य मूल्य वर्धन वर्श 2018-19 में रू॰ 1070751 करोड़ अनुमानित किया गया है जो गत वर्ष से 5.4ः की वृद्धि दर को दर्षाता है। वर्ष 2018-19 में प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक खण्डों का सकल राज्य मूल्यवर्धन क्रमषः रू0 246762 करोड़, रू0 317375 करोड़ तथा रू0 506615 करोड़ अनुमानित किया गया है जो गत वर्ष से क्रमशः 2.1ः, 4.5ः तथा 7.6ः की वृद्धि को दर्षाता है। कृशि उपखण्ड के अनुमान मुख्य रूप से उत्तर प्रदेष के कृशि निदेषालय, उद्यान निदेषालय तथा राजस्व परिशद तथा कृशि मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये आकड़ों का प्रयोग कर तैयार किये गये है। प्रदेष के सकल राज्य मूल्य वर्धन में फसल उपखण्ड के अन्तर्गत वर्श 2018-19 में गत वर्ष से 5.5ः की वृद्धि अनुमानित हुई है। पशुपालन उपखण्ड के अनुमान मुख्य रूप से उत्तर प्रदेष के पशुपालन विभाग तथा रेषम निदेषालय तथा केन्द्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा उपलब्ध कराये गये दरों एवं अनुपातों के आकड़ों का प्रयोग कर तैयार किये गये हैं। प्रदेष के सकल राज्य मूल्य वर्धन में पशुपालन उपखण्ड के अन्तर्गत वर्श  2018-19 में गत वर्ष से 6.6ः की वृद्धि अनुमानित हुई है। 
श्री पाण्डेय ने बताया कि उद्योग खण्ड के अनुमान मुख्य रूप से अखिल भारतीय थोक भाव सूचकांक एवं औद्योगिक उत्पादन सूचकांक तथा एमसीए 21 डाटा बेस का प्रयोग कर तैयार किये गयेहैं। प्रदेष के सकल राज्य मूल्य वर्धन में विनिर्माण उपखण्ड के अन्तर्गत वर्श 2018-19 में गत वर्ष से 3ण्9ः की वृद्धि अनुमानित हुई है। सेवा खण्ड के अनुमान मुख्य रूप सेकेन्द्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, भारत सरकार, नई दिल्ली, द्वारा उपलब्ध कराये गये आकड़ोें तथा राज्य की आय-व्ययक, स्थानीय निकायों तथा स्वायत्तषाशी संस्थाओं के लेखा खातों का विष्लेशण कर तैयार किये गये हैं। प्रदेष के सकल राज्य मूल्य वर्धन में सेवा उपखण्ड के अन्तर्गत वर्श  2018-19 में गत वर्ष से 7.6ः की वृद्धि अनुमानित हुई है। वर्श 2018-19में स्थिर भावों पर निवल राज्य घरेलू उत्पाद रू॰ 995999 करोड़ अनुमानित किया गया है जो गत वर्ष से 5.4ः की वृद्धि दर को दर्षाता है। वर्श 2018-19 में प्रचलित भावों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद रू॰ 1668229 करोड़ अनुमानित किया गया है। बुनियादी मूल्यों पर सकल राज्य मूल्य वर्धन वर्श 2018-19 में रू॰1475082 करोड़ अनुमानित किया गया है। वर्ष 2018-19 में प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक खण्डों का सकल राज्य मूल्य वर्धन क्रमषः रू0 380310 करोड़, रू0 398526 करोड़ तथा रू0 696246 करोड़ अनुमानित किया गया है।- संजय कुमार