मुख्यमंत्री ने हुनर हाट प्रदर्शनी का उद्घाटन किया

वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा और मार्गदर्शन में केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा परम्परागत उद्यम को प्रोत्साहित किया जा रहा है। हुनर हाट के आयोजन से परम्परागत शिल्पकारों, कलाकारों, कारीगरों को अपने कौशल को प्रदर्शित करने का मंच प्राप्त हुआ है। इससे परम्परागत व्यवसाय में लगे शिल्पकार, कलाकार, कारीगर आदि लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि हुनर हाट का मंच परम्परागत उद्यमियों के लिए अपने उत्पादों के निर्यात का माध्यम भी बनेगा।
मुख्यमंत्री ने यह विचार आज यहां अवध शिल्पग्राम में आयोजित हुनर हाट के उद्घाटन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए। कार्यक्रम में सम्मिलित होने से पूर्व मुख्यमंत्री ने फीता काटकर हुनर हाट का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री ने हुनर हाट प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। ज्ञातव्य है कि भारत सरकार के अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा हुनर हाट प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अवध शिल्पग्राम का निर्माण परम्परागत उद्यमियों व शिल्पकारों को आगे बढ़ाने के लिए कराया गया है। राज्य सरकार यहां पर निरन्तर रचनात्मक गतिविधियां संचालित करने के लिए कार्य कर रही है। अवध शिल्पग्राम में हुनर हाट का आयोजन किया गया है, जो 10 दिन चलेगा। 24 जनवरी, 2020 को 70वें उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस पर तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर परम्परागत कारीगरों और श्रमिकों के लिए नई योजना का शुभारम्भ किया जाएगा। इस दौरान ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना, माटी कला बोर्ड, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना तथा खादी व ग्रामोद्योग से सम्बन्धित सेमिनार आयोजित किये जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अवध शिल्पग्राम का तीन प्रकार से उपयोग करना चाहती है। एक, ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना के सभी 75 जनपदों के पारम्परिक और विशिष्ट उत्पादों की यहां पर वर्ष भर प्रदर्शनी संचालित हो। इसके लिए ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना के उद्यमियों को यहां पर शोरूम आवंटित करने पर गम्भीरता से विचार किया जा रहा है। दूसरा, देश का प्रत्येक राज्य भी अपने उत्पाद के लिए यहां शोरूम बुक कराये। प्रदेश सरकार उनके उत्पाद की ब्राण्डिंग और मार्केटिंग के लिए तैयार है। तीसरा, दुनिया के अच्छे उद्यमी जो परम्परागत उद्यम को प्रोत्साहित करने के इच्छुक हैं, प्रदेश सरकार उनकी पहल को भी आगे बढ़ा सकती है, क्योंकि अपनी 23 करोड़ जनसंख्या के कारण उत्तर प्रदेश दुनिया के सबसे बड़े बाजारों में से एक है।