लोककलाएं एवं भारतीय संगीत सांस्कृतिक भाईचारे की भावना को मजबूत करती हैं-उपेन्द्र तिवारी


वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा 
लखनऊ 15 जनवरी। उत्तर प्रदेश के युवा कल्याण एवं खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेन्द्र तिवारी ने कहा है कि भारतीय नृत्य, संगीत और लोक कलाएं देश और प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न प्रान्तों से उत्तर प्रदेश में आयोजित 23वें राष्ट्रीय युवा उत्सव में आये युवा लोकनृत्य व लोक संगीत के माध्यम से अपनी-अपनी स्थानीय गौरवमयी एवं स्वर्णिम संस्कृति की उत्कृष्ट प्रस्तुति देकर जनमानस का दिल जीत रहे हैं। 
श्री तिवारी आज इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित हो रही विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों के सम्बंध में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि उत्सव में भाग लेने वाले युवा कलाकार अपने अभिनय और प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव में नृत्य लोक कलाएं एवं संगीत आदि के कार्यक्रम भारतीय संस्कृति को प्रोत्साहित करने के साथ ही आपसी सद्भाव की भावना को भी मजबूत करते हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों से आये कलाकारों ने अपनी पारम्परिक वेश-भूषा में लोकनृत्य के कार्यक्रम पेश कर अमिट छाप छोड़ी है। यह उत्सव लोक परम्पराओं, नृत्य, संगीत और वाद्य यंत्रों के माध्यम से विभिन्न संस्कृतियों का बेहतर समन्वय स्थापित कर रंगारंग गतिविधियों के माध्यम से लोगों में नई ऊर्जा प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि श्री मनोज जोशी द्वारा निर्देशित नाटक ‘चाणक्य’ के मंचन और मुम्बई की चैरंग संस्था द्वारा पृथ्वी के उद्भव से आज तक के भारत के इतिहास से संबंधित  देशभक्ति महानाटक ‘‘आजादी-70’’ ने लोगों का मनोरंजन करते हुए राष्ट्रभक्ति का प्रेरणादायी संदेश दिया। 
श्री तिवारी ने इस मौके पर कहा कि युवा उत्सव के तहत इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में सजे युवा शिल्पग्राम में उत्कृष्ट युवा कृति प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है, जिससे बड़ी संख्या में दर्शकगण भारतीय संस्कृति व प्रदर्शनी से रूबरू हो रहे हैं। ‘युवा कृति’ ने प्रमुख मंच के रूप में आकार लिया है, जहां युवा कारीगर न केवल अपनी पारम्परिक कलाकृतियों को प्रदर्शित करते हैं, बल्कि एक-दूसरे के विभिन्न स्वरोजगार उपक्रमों, विपणन तकनीकों को भी सीख रहे हैं।