घरेलू पर्यटन पर व्यय एवं एकाधिक संकेतक सर्वेक्षण के लिए सम्पूर्ण प्रदेश से 1684 प्रतिदर्श इकाइयों का चयन

वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। प्रत्येक वर्ष की भांति वर्ष-2020 में भी भारत सरकार के राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एन0एस0ओ0) से समन्वय रखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य द्वारा राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण-78वीं आवृत्ति के अन्तर्गत ‘‘घरेलू पर्यटन पर व्यय’’ (क्वउमेजपब ज्वनतपेउ म्गचमदकपजनतम) एवं ‘‘एकाधिक संकेतक सर्वेक्षण’’ (डनसजपचसम प्दकपबंजवत ैनतअमल) के विषय पर आँकड़े एकत्रित किये जायेंगे, जिसके लिए भारत सरकार द्वारा सम्पूर्ण प्रदेश से 1684 प्रतिदर्श इकाइयों का चयन किया गया है। इसमें से 1104 प्रतिदर्श इकाइयाँ ग्रामीण एवं 580 प्रतिदर्श इकाइयाँ नगरीय क्षेत्र से सम्बन्धित है। सर्वेक्षण की अवधि 01 जनवरी, 2020 से 31 दिसम्बर, 2020 तक होगी। यह जानकारी निदेशक अर्थ एवं संख्या श्री ए0के0 पाण्डेय ने दी।
श्री पाण्डेय ने बताया कि इस आवृत्ति के सर्वेक्षण में व्यापक रूप से दो प्रकार की अनुसूची प्रारूपों का प्रयोग किया जायेगा। एक अनुसूची द्वारा ‘‘घरेलू पर्यटन पर व्यय’’ (क्वउमेजपब ज्वनतपेउ म्गचमदकपजनतम) के अन्तर्गत पर्यटन पर परिवार का उपभोग एवं खर्च, घरेलू ओवरनाइट ट्रिपों में परिवार की विशेषताओं, यात्री की विशेषताओं तथा ट्रिप की विशेषताओं पर सूचना एकत्र की जायेगी। साथ ही घरेलू एकल दिवस ट्रिपों, विशिष्ट घरेलू ट्रिपों से सम्बन्धित ट्रिपों एवं व्यय पर आवश्यक सूचनाओं का संकलन किया जाना है। दूसरी अनुसूची द्वारा ‘‘एकाधिक संकेतक सर्वेक्षण’’ (डनसजपचसम प्दकपबंजवत ैनतअमल) के अन्तर्गत सतत विकास लक्ष्य, 2030 के लिए परिवारों के प्रावसन एवं वर्ष 2014-15 से शहरी आवास के निर्माण पर सूचनाओं के सम्बन्ध में आंकड़े एकत्र किया जाना है। इसके अतिरिक्त 07 वैश्विक सूचकांकों  (ळसवइंस प्दकपबंजवत) तथा 13 राष्ट्रीय सूचकांकों (छंजपवदंस प्दकपबंजवते) पर भी इस सर्वेक्षण के माध्यम से विभिन्न प्रकार के आंकड़ें एकत्रित किये जायेंगे।
निदेशक अर्थ एवं संख्या ने बताया कि इस सर्वेक्षण द्वारा घरेलू पर्यटन पर संग्रहित सूचनाओं का उपयोग पर्यटन मंत्रालय के लिए तृतीय टूरिज्म सेटेलाइट एकांउट बनाने में किया जायेगा तथा पर्यटन क्षेत्र में योजना एवं विकास के संबंध में निष्कर्षो का आँकलन किया जाना है। साथ ही इस सर्वेक्षण में हाउसिंग अर्बन अफेयर्स मंत्रालय के लिए प्राप्त ‘‘सतत विकास लक्ष्य-2030’’ के सांख्यिकीय सूचकों का उपयोग योजना संरचना एवं अनेक स्तरों जैसे मास-मीडिया, जन्म प्रमाण-पत्र की उपलब्धता आदि पर नीति निर्माण एव निर्धारण करने हेतु सहायक होगें। इस विषय पर दिनांक 16 व 17 जनवरी, 2020 को अर्थ एवं संख्या प्रभाग, उत्तर प्रदेश, लखनऊ के सभाकक्ष में प्रशिक्षकों का दो दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण गोष्ठी का आयोजन किया गया है। प्रशिक्षण गोष्ठी में प्रदेश के समस्त मण्डल के उपनिदेशक एवं जनपदों के अर्थ एवं संख्याधिकारी द्वारा प्रतिभाग किया गया। सर्वेक्षणकर्ताओं का प्रशिक्षण मण्डल स्तर पर दिनांक 21-22, जनवरी, 2020 एवं 23-24 जनवरी, 2020 की अवधि में आयोजित किया जायेगा, तत्पश्चात सर्वेक्षण कार्य सम्पूर्ण प्रदेश में प्रारम्भ होगा।- संजय कुमार