विद्यालयों में खाली भूमि को खेल परिसर के रूप में विकसित किये जाने का निर्देश - डा0 सतीश चन्द्र द्विवेदी

वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा  
लखनऊ 18 दिसम्बर। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. सतीश चन्द्र द्विवेदी ने कहा है कि शिक्षकों के अवशेष वेतन आदि के प्रकरण त्वरित गति से निस्तारित कराये जायें। बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया जाय कि वेतन आदि अवशेष के जो प्रकरण प्राप्त हों उनका अभिलेखीकरण कराते हुए उन्हंे प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किया जाये।
यह निर्देश डा. द्विवेदी ने आज यहां बेसिक शिक्षा निदेशालय निशातगंज लखनऊ में विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान दिये। उन्होंने कहा कि 68500 की जो भर्ती हुई है उनमें से कितने अध्यापकों का वेतन भुगतान हो गया है, कितने लोगों का बाकी है और क्यों बाकी है, इसकी समीक्षा करके त्वरित गति से निस्तारित किया जाये। शिक्षकों के अभिलेखों का जो सत्यापन कराया जाता है उसकी सूचना निदेशालय में भी मंगवायी जाये तथा समय से उन अध्यापकों का वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जाये। 
श्री द्विवेदी ने निर्देश दिया कि अध्यापकों के जितने पद रिक्त हंै उन पदों पर भर्ती की प्रक्रिया के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाये। उन्होंने राज्य अध्यापक पुरस्कारों के लिए माह जुलाई 2020 तक आॅनलाइन पोर्टल से आवेदन पत्र आमंत्रित किये जाने हेतु निर्देश दिये, जिससे अध्यापक पुरस्कार हेतु स्वयं आवेदन कर सकेगें, माह अप्रैल 2020 से यह प्रक्रिया प्रारम्भ की जाये। उन्होंने यह भी कहा कि अगले वित्तीय वर्ष 2020-21 में पाठ्य पुस्तक, जूता-मोजा एवं स्कूल बैग निःशुल्क वितरण से सम्बन्धित माह जनवरी 2020 से ही प्रक्रिया प्रारम्भ कर माह अप्रैल 2020 में वितरण कराया जाये तथा निःशुल्क स्वेटर वितरण का कार्य माह अक्टूबर 2020 तक पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिये। 
बेसिक शिक्षा मंत्री ने प्रदेश स्तरीय खेल कूद प्रतियोगिता एवं कार्यक्रम का आयोजन माह जनवरी 2020 में कराये जाने के निर्देश दिये। छात्र-छात्राओं में खेल के प्रति रुचि उत्पन्न करने के दृष्टिगत जनपदों के विद्यालयों में खाली भूमि को खेल परिसर के रूप में विकसित किये जाने का निर्देश दिये। उन्होंने निदेशालय स्तर पर लीगल सेल तथा आई टी सेल विकसित किये जाने के भी निर्देश दिया, जिससे विभाग से सम्बन्धित प्रकरणों का त्वरित निस्तारण किया जा सके। उन्होंने कहा कि छात्र नामांकन हेतु सभी बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित किया जाये, जिससे एक भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रह पाये।
बैठक में मंत्री को अवगत कराया गया कि शिक्षकों द्वारा स्वयं संसाधन एकत्रित कर/जन सहयोग से लगभग 4000 विद्यालयों में डिजिटल/स्मार्ट क्लास रूम की स्थापना की गयी है तथा उनके द्वारा स्वयं की पहल से आडियो-वीडियो लर्निंग माड्यूल का विकास किया गया है, जिसका शिक्षण कार्य में उपयोग किया जा रहा है। जिस पर मंत्री जी ने कहा कि ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार कर उन्हें पुरस्कृत किया जाये।
बैठक में महानिदेशक, स्कूल शिक्षा विजय किरन आनन्द, निदेशक बेसिक शिक्षा डाॅ0 सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह, सचिव, बेसिक शिक्षा परिषद श्रीमती रूबी सिंह, अपर शिक्षा निदेशक(शिविर) डाॅ0 सुत्ता सिंह, वित्त नियंत्रक भोलानाथ, संयुक्त शिक्षा निदेशक, गणेश कुमार (बेसिक) सहित विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।- सतीश चन्द्र भारती