क्या कांग्रेस भाजपा या गठबंधन को वॉक ओवर दे रही ? उतारा एक गैर राजनीतिज्ञ व्यक्ति
लखनऊ 25 अप्रैल 2019। क्या कांग्रेस गोरखपुर में भाजपा या गठबंधन को वॉक ओवर दे रही ? लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस ने गोरखपुर से भाजपा के रवि किशन तथा गठबंधन के प्रत्याशी राम भुआल निषाद के खिलाफ अधिवक्ता मधुसूदन तिवारी को मैदान में उतारा है। मधुसूदन तिवारी अभी तक राजनीति में सक्रिय नहीं हैं।

कांग्रेस ने गोरखपुर में गैर राजनीतिज्ञ और वरिष्ठ अधिवक्ता मधुसूदन तिवारी पर दांव लगाया है।


 

मधुसूदन तिवारी इस समय उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के सदस्य हैं। वह तीन बार एसोसिएशन सिविल कोर्ट गोरखपुर के अध्यक्ष रह चुके हैं। वकालत पेशे में करीब 40 वर्ष से रहने वाले मधुसूदन तिवारी का यह पहला राजनीतिक चुनाव होगा। इससे पहले वह किसी भी पार्टी के सदस्य नहीं रहे। मधुसूदन तिवारी की गोरखपुर में फौजदारी के अधिवक्ता के रूप में एक अच्छी पहचान है। मधूसूदन तिवारी मूल रूप से गोरखपुर के बड़हलगंज के साऊंपुर के रहने वाले हैं। इनकी उम्र 65 वर्ष है। कांग्रेस ने गोरखपुर से एक खास रणनीति के तहत मधुसूदन तिवारी को टिकट दिया है। मधुसूदन तिवारी कई बार गोरखपुर की बार एसोसिएशन के चेयरमैन रह चुके हैं। गोरखपुर सीट पर प्रत्याशी को लेकर कुछ नेताओं का मानना था कि गोरखपुर जैसी महत्वपूर्ण सीट पर कांग्रेस को अपना (संगठन से जुड़ा) प्रत्याशी उतारना चाहिए। इस सूची में संगठन से जुड़े सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव का नाम प्रत्याशियों में सबसे ऊपर था। इसके साथ हाल में ही कांग्रेस में शामिल हुईं चेतना पाण्डेय, अधिवक्ता मधुसूदन त्रिपाठी, पवन सिंह व राजेश त्रिपाठी के नाम भी प्रत्याशियों की सूची में शामिल थे।