आजम खां का बयान मां, बहिनों और बेटियों के प्रति उनकी घिनौनी, गिरी हुई व आपराधिक मानसिकता को दर्शाता है
वेबवार्ता/अजय कुमार वर्मा

लखनऊ 15 अप्रैल। भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष दर्शना सिंह ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में आजम खां द्वारा दिये गए बयान को महिला सम्मान पर करारा प्रहार बताते हुए कहा कि आजम खां का बयान मां, बहिनों और बेटियों के प्रति उनकी घिनौनी, गिरी हुई व आपराधिक मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा उससे भी अधिक आश्चर्यजनक आजम खां के बयान पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव उनकी सांसद पत्नी डिम्पल यादव, बसपा प्रमुख मायावती और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व महासचिव प्रियंका वाड्रा की चुप्पी है। आजम खां के बयान पर इन सब की चुप्पी को इनका मौन समर्थन क्यों न माना जाय?

प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित ने बयां ज़ारी करते हुए बताया कि  महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष ने बसपा प्रमुख मायावती से सवाल पूछा कि क्या वो गेस्टहाउस काण्ड की वीभत्सता पूर्ण हरकतों को भूल गयी हैं जो आज वे आजम खां के बयान पर मौन रखें हुए है। श्रीमती सिंह ने सपा सांसद डिम्पल यादव से सवाल किया कि आप भी तो एक महिला हैं और प्रयागराज में जब आप पर सपा के ही अराजक तत्वों ने फब्तियां कसी थी तब आपको कैसा महसूस हुआ था। अगर डिम्पल जी उस घटना को ही आप याद कर लेती तो शायद आप आज आगे बढकर आजम खां के बयान का विरोध करती।  

महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष दर्शना सिंह ने आजम खां के बयान पर समाजवादी पार्टी को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि सपा का चरित्र ही महिला विरोधी रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप मे अखिलेश यादव ने गायत्री प्रजापति पर बलात्कार के आरोपों के बावजूद न सिर्फ उन्हें अपने मंत्रि मण्डल में बनाए रखा बल्कि समय-समय पर अखिलेश ने गायत्री प्रजापति का बचाव भी किया। एक बार फिर सपा प्रमुख अखिलेश यादव की मौजूदगी में आजम खां सारी हदें पारकर मर्यादाएं तार-तार करते रहे और सपा प्रमुख मुस्कराते रहे। वैसे सपा प्रमुख से महिलाओं के हितों को लेकर आगे आने की उम्मीद करना भी बेईमानी है। लेकिन हैरानी तो तब होती है जब बसपा प्रमुख मायावती भी मौन साध लेती हैं। 

महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष ने चुनाव आयोग से मांग की कि वे आजम खां के बयान का संज्ञान लेते हुए उनके विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही करें।