उ0प्र0 पुलिस महानिदेशक द्वारा ‘‘अपराध कार्य प्रणाली ब्यूरो’’ का किया गया गठन


वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 9 जून।  एच0सी0 अवस्थी, पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा प्रदेश में अपराध एवं अपराधियों पर और अधिक प्रभावी अंकुश लगाने के उद्देश्य से प्रदेश में घटित होने वाले गम्भीर व सनसनीखेज अपराधों को कारित करने के तरीकों का प्रभावी रूप से विशलेषण करते हुए भविष्य में होने वाले अपराधों की रोकथाम तथा उनके सफल अनावरण में सहयोग प्रदान करने के लिए मुख्यालय स्तर पर ‘अपराध कार्य प्रणाली ब्यूरो’ (डवकने व्चमतंदकप ठनतमंन) का गठन किया गया है। यह ब्यूरो पुलिस अधीक्षक, राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरों, उ0प्र0 के नियंत्रण में कार्य करेगा, जिसके कार्यो का पर्यवेक्षण अपर पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवायें, उ0प्र0 द्वारा किया जायेगा। ‘अपराध कार्य प्रणाली ब्यूरो’  निम्नानुसार कार्य करेगाः-
ऽ इस ब्यूरों में विशेष रूप से गम्भीर व सनसनीखेज हत्या एवं भाड़े पर हत्या, डकैती, 02 पहिया वाहन से लूट, बैंक व अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में डकैती/लूट, एटीएम मशीन को छति पहुंचाकर चोरी, गृहभेदन, घरों में चोरी, गोवध व गो-तस्कार, मूर्ति चोरी, माफिया गिरोह, मानव तस्करी, मादक पदार्थो की तस्करी, अवैध शस्त्रों की तस्करी, टप्पेबाजी, जाली मुद्रा के प्रचलन, चोरी लूट का माल खरीदने वाले, वाहन चोरी, जालसाजी व गबन, फिरोती हेतु अपहरण, जहरखुरानी, रेलवे के अपराध कारित करने वाले अपराधियों का सम्पूर्ण विवरण, उनके कार्यप्रणाली के आधार पर वर्गीकृत करते हुए उनका अभिलेखीयकरण किया जायेगा। 
ऽ विभिन्न अपराध शीर्षकों के अन्तर्गत अपराधियों का विवरण डोजियर के रूप में संकलित किया जायेगा। 
ऽ जिन अपराधियों के विरूद्ध 02 या 02 से अधिक अभियोगों में मा0न्यायालय द्वारा विचारण के उपरान्त दोषसिद्ध हो गया हो, उसे अभ्यस्त अपराधी की श्रेणी में रखा जायेगा। 
ऽ उपरोक्त अपराध शीर्षकों में सूचनायें जनपदों/इकाईयों में कार्यरत डीसीआरबी के माध्यम से संकलित की जायेगी। 
 उक्त के सम्बन्ध में जनपदों में कार्यशाला का आयोजन कर दिये गये बिन्दुओं/निर्देशों को जनपदीय अधिकारियों/कर्मचारियों को भी अवगत कराना सुनिश्चित किया जाये।