वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 15 जनवरी। 23वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव के चैथे दिन आज मानवाधिकार आॅडिटोरियम, लखनऊ में प्रथम पाली में ‘मृदंगम’ विधा एवं द्वितीय पाली में ‘गिटार’ विधा की प्रतियोगिता आयोजित की गई। कार्यक्रम का आरम्भ ‘मृदंगम’ विधा के निर्णायक मण्डल मदन मोहन उपाध्याय, डाॅ0 रिशितोष कुमार और डाॅ0 रंजना सरकार द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। दोनों प्रतियोगिताओं में प्रतिभागियों ने अपने वाद्य वादन कौशल से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
शास्त्रीय एकल वाद्य वादन प्रतियोगिता में मृदंगम विधा में कुल नौ राज्यों हरियाणा, केरल, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, पुडूचेरी, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान व कर्नाटक ने प्रतिभाग किया। राष्ट्रीय युवा उत्सव-2020 में मृदंगम विधा में विमर्श मालवीय ने उत्तर प्रदेश की ओर से प्रतिभाग किया।
द्वितीय पाली में आयोजित ‘गिटार’ विधा में कुल 16 राज्यों में कर्नाटक, पंजाब, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, राजस्थान, गुजरात, उत्तराखण्ड, मणिपुर, सिक्किम, हरियाणा, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु और झारखण्ड ने प्रतिभाग किया। इस विधा के निर्णायक मण्डल में राकेश आर्या, विनयरथ और समरजीत मुखर्जी सम्मिलित थे।
आॅडिटोरियम में युवा कल्याण विभाग उ0प्र0 के व्यायाम प्रशिक्षक मदनलाल, नेहरू युवा केन्द्र के अधिकारी-कर्मचारी तथा प्रतिभागी राज्य व मीडियाकर्मी मौजूद रहे। निर्णायक मण्डल को जिला युवा कल्याण अधिकारी प्रदीप कुमार त्रिपाठी द्वारा शाॅल व स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया।- निधि वर्मा
युवा महोत्सव के चौथे दिन शास्त्रीय एकल वाद्य वादन में युवाओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया