वेबवार्ता/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। यूपीनेडा मुख्यालय में आज ‘एस्को की भूमिका तथा वित्त पोषण में जोखिम से राहत’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न उद्योगों, बैंकों, होटल तथा एनर्जी सर्विसेज कम्पनी (एस्को) द्वारा प्रतिभाग किया गया।
निदेशक, यूपीनेडा भवानी सिंह खंगारौत ने कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कहा कि ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में निवेश की बढ़ी क्षमता होने के बावजूद विकास धीमा है। ऊर्जा संरक्षण परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए प्रमुख बाधाओं में से एक ‘वित्त पोषण संस्थानों (एफआई) में ऊर्जा संरक्षण की सीमित समझ है। वित्तीय संस्थानों (एफआई) के अवरोधों को ध्यान में रखते हुए ब्यूरो आॅफ एनर्जी एफिसिएन्सी द्वारा ऊर्जा संरक्षण परियोजनाओं के वित्त पोषण हेतु विभिन्न योजनाओं को विकसित किया गया है जिसके बारे में तकनीकी सत्र में विस्तार से चर्चा की जाएगी। उन्होंने उल्लेख किया कि सभी संगठनों को ऊर्जा दक्षता के लिए प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंनें शिमला नगर निगम का उदाहरण देते हुए कहा कि शिमला नगर निगम ने अपने सभी पम्पों को ऊर्जा दक्ष पम्पों में बदल दिया गया है तथा ऊर्जा बचत के विभिन्न उपयों को लागू करके 20 प्रतिशत से अधिक ऊर्जा की बचत की है।
ईईएसएल के उप महाप्रबन्धक आलोक मिश्रा ने ‘‘ऊर्जा दक्षता परियोजनाओं के लिए एनर्जी सर्विस कम्पनी (एस्को) की भूमिका एवं उद्देंश्य’’ के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि एस्को उद्योग/संस्था में ऊर्जा दक्ष उपकरणों की स्थापना स्वयं के निवेश से कर ऊर्जा की बचत करता है जिससे संस्था पर वित्तीय भार नहीं पड़ता। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इलेक्ट्रिक वाहनों तथा उनके चार्जिंग हेतु बुनियादी ढाॅचें विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंनें बताया कि ईईएसएल अब इलेक्ट्रिक वाहन परियोजना के लिए एस्को के रूप में सुविधा प्रदान कर रहा है।
सिडबी के मुख्य तकनीकी विशेषज्ञ पी.आर.रेड्डी, ने वित्त पोष्षण में जोखिम को साझा करने के लिए एस्को की सहायता हेतु आंशिक जोखिम साझेदारी सुविधा योजना के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह साझेदारी गारंटी ऋण का 75 प्रतिशत होगी। सिडबी विभिन्न बैंकों का आंशिक जोखिम साझाकरण योजना के तहत वित्त पोषण में सहायता कर रहा है। श्री रेड्डी ने यह भी अवगत कराया कि लघु एवं मध्यम उद्योग सेक्टर से सम्बन्धित उद्योगों को ऊर्जा दक्षता संबंधी परियोजनाओं के लिए दी जा रही विभिन्न सुविधाओं का लाभ उठाने हेतु आगे आना चाहिए, जिससे वे अपनी लागत भी कम कर सकेंगे।
यूपीएसडीए के वरिष्ठ ऊर्जा सलाहकार गिरीश कुमार ने ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) की योजना ‘ऊर्जा दक्षता कार्यक्रमों के लिए आंशिक जोखिम गारंटी एव उद्यम पूॅजी कोष (वेन्चर कैपिटल फण्ड)’ के बारे में बताया। यूपीएसडीए प्रभारी अशोक कुमार श्रीवास्तव ने यूपीएसडीए की भूमिका एवं गतिविधियों के बारे में चर्चा की। प्रभारी ईसीबीसी, यूपीनेडा राम कुमार ने ईसीबीसी कार्यक्रम एवं उत्तर प्रदेश में इसके क्रियान्वयन के बारे में चर्चा की।
कार्यक्रम में सचिव एवं मुख्य परियोजना अधिकारी यूपीनेडा अनिल कुमार ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा वरिष्ठ परियोजना अधिकारी यूपीनेडा अशोक कुमार श्रीवास्तव ने सभी विषय विशेषज्ञों को धन्यवाद ज्ञापित किया। - सी0एल0 सिंह
यूपीनेडा में ‘एस्को की भूमिका तथा वित्त पोषण में जोखिम से राहत’ पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित