जेएनयू में हुयी हिंसा ने देश के दिल के टुकडें टुकडे कर दिये - डा0 मसूद अहमद

वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा


लखनऊ 7 जनवरी। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने कहा कि केन्द्र सरकार के इषारे पर जवाहर लाल नेहरू विष्वविद्यालय में हुयी हिंसा ने देष के दिल के टुकडें टुकडे कर दिये हैं और ऐसा करके केन्द्र सरकार ने लगभग एक महीने से चले आ रहे वातावरण में आग में घी डालने जैसा काम किया है। सरकार और भारतीय जनता पार्टी अपना दामन किसी भी प्रकार नहंी बचा पायेगी क्योंकि इस हिंसा की जिम्मेंदारी हिंन्दू रक्षा दल नामक संगठन ने ली है जिसकी घोषणा संगठन के अध्यक्ष पिंकी चैधरी ने अपने वक्तव्य में की है। 
डाॅ0 अहमद ने कहा कि अनावष्यक रूप से टुकडे टुकडे गैंग की बात करने वालों ने पूरे देष के टुकडे टुकडे करके अपना मन्तव्य साधने की कोषिष की है। जे0एन0यू0 जैसी भारत की श्रेष्ठ षिक्षण संस्था में बाहरी तत्वों द्वारा सरकार ने हिंसा कराकर छात्र गुटों में ही फूट डालने की कोषिष की है इसी प्रकार का प्रयोग इससे पहले अलीगढ मुस्लिम विष्वविद्यालय और जामिया मिलिया जैसी नामचीन संस्थाओं में भी किया गया है। निष्चित रूप से इसका प्रभाव देष के युवाओें में जहर घोलने जैसा होगा। देष के लिए यह बडे दुर्भाग्य की बात है कि आज जो लोग बयान दे रहे हैं कि षिक्षण संस्थाओं को राजनैतिक अखाड़ा नहीं बनने दिया जायेगा वहीं लोग इस तरह की घटनाओं मे मुख्य भूमिका रखते हैं।  
रालोद प्रदेष अध्यक्ष ने कहा कि जे0एन0यू0 में हुयी हिंसा की न्यायिक जांच मा0 सर्वोच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायधीष द्वारा करायी जाय क्योंकि इस हिंसा को छात्रों के बीच हुयी मारपीट की तरह नहीं देखा जा सकता। शासन के विवादित फैसलों से समाज में फैले असंतोष और उसे दबाने की कोषिषों का नाता भी इन घटनाओं से दिखता है। न्यायिक जांच के माध्यम से ही तथ्यपरक जानकारी देष के सामने आयेगी और भविष्य में ऐसी हिंसक घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचना सम्भव होगा।