जेएनयू में हिंसा घोर निंदनीय, परिसर अर्बन नक्सलियों से मुक्त हो - मनीष शुक्ला

वेबवार्ता (न्यूज एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 06 जनवरी। जेएनयू में हुई हिंसा की भारतीय जनता पार्टी ने निंदा की है। भाजपा ने कहा कि जेएनयू के आम छात्र विश्वविद्यालय परिसर मंे पठन-पाठन का माहौल चाहते है किन्तु हताश-निराश कांग्रेस, वामपंथी छात्र संगठनों के साथ मिलकर शिक्षा के मंदिरों में हिंसा के द्वारा वैचारिक आवाजों को दबाना चाहते है। पिछले कुछ दिनों से जेएनयू समेत विभिन्न विश्वविद्यालय में माहौल को विषाक्त किया जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन को चाहिए कि परिसर को अर्बन नक्सलियों से मुक्त कराया जाए।
यह बाते भाजपा प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने सोमवार को पार्टी कार्यालय पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात है शीतकालीन सत्र में पंजीकरण के समय वामपंथी संगठनों ने कैसे इंटरनेट को प्रभावित कर रोक दिया ? छात्रों के आवाज उठाने पर वामपंथियों द्वारा पीटा गया, विद्यार्थी परिषद द्वारा हस्तक्षेप करने पर उनके कार्यकर्ताओं पर भी लाठी-डण्डों से हमला किया गया। विश्वविद्यालय प्रशासन को पूरे प्रकरण को संज्ञान में लेकर विस्तृत जांच कराकर कार्यवाही करना चाहिए।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि सपा-बसपा और कांग्रेस के नेता हमेशा एक-दूसरे को लड़ाकर राजनीति करते रहे हैं। जब भाजपा ने सभी धर्मों को मिलाकर राजनीति करना शुरू किया तो इन्हें आश्चर्य होने लगा। अब ये यह नहीं चाहते कि देश में शांति व्यवस्था बनी रहे। इस कारण ये लोग हर जगह उकसाने का प्रयास कर रहे हैं। उपद्रवियों को राजनीतिक सह दे रहे हैं, जिससे हमेशा देश में उबाल आता रहे और लोग आपस में लड़ते रहें। यदि लोग नहीं लड़ेंगे तो इनकी राजनीति ही मिट्टी में मिल जाएगी, लेकिन इन्हें यह समझना होगा कि यह भाजपा की सरकार है।