भाजपा सत्य-अहिंसा के रास्ते से भटक भोगवादी बन गई है - अखिलेश यादव  


वेबवार्ता/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीतापुर में कई कार्यक्रमों में भाग लिया। लहरपुर में अखिलेश यादव की ऐतिहासिक सभा हुई जिसमें कल्पनातीत भीड़ उमड़ी। नौजवान, किसान, बच्चे, बूढ़े, महिलाएं दूर-दूर से पार्टी के झण्डे लिए अखिलेश यादव जिन्दाबाद के नारे लगाते सभास्थल पर आते रहे। उनकी कार के पीछे भी लोग भाग रहे थे। लोगों का कहना था कि श्री यादव जम्हूरियत के तर्जुमान है। कल लहरपुर के सबसे बड़े मैदान में तिल रखने को जगह नहीं बची थी।
   अखिलेश यादव लहरपुर पूर्व सांसद, हरगोविन्द वर्मा की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने  पहुंचे थे। इस मौके पर स्वर्गीय हरगोविन्द वर्मा के पुत्र पूर्व विधायक अनिल वर्मा, जिलाध्यक्ष छत्रपाल सिंह यादव, विधायक नरेन्द्र वर्मा, पूर्व विधायकगण निर्मल वर्मा, रामपाल राजवंशी, अनूप गुप्ता, झीनबाबू के अतिरिक्त राजेन्द्र चैधरी, प्रो0 अली, श्रीमती गीता सिंह, शमीम कौसर सिद्दीकी, विकास यादव, दिग्विजय सिंह देव, फिदाहुसैन अंसारी, भी उपस्थित थे।
       अखिलेश यादव ने 50 हजार से अधिक की विशाल जनसभा को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि गांधीजी की इस वर्ष 150वीं जयंती मनाई गई है। उनका सत्य-अहिंसा का रास्ता था। वह त्याग के हामी थे। भाजपा सत्य-अहिंसा के रास्ते से भटक गई है और भोगवादी बन गई है। भाजपा भारत की गरिमा गिरा रही है। उसके राज्य में न्याय नहीं है। देश की अर्थव्यवस्था चैपट है। नोटबंदी, जीएसटी, एनपीआर में देश को उलझा दिया गया है।
   श्री यादव ने कहा कि भाजपा इसकी व्यवस्था करती है कि समाज में अमनचैन न रहे। उसका रास्ता हिंसा का है। सत्य से उसे नफरत है। संविधान से खिलवाड़ करना उनका तरीका है। भाजपा भाईचारा खत्म कर रही है। उन्होंने कहा भाजपा नेता शहरों के बाद अब नदियों के नाम बदलने का खेल खेल रहे हैं। इससे नौजवानों को क्या हासिल होगा? इससे न रोजगार मिलेगा और नहीं भविष्य संवरेगा। बाहर से निवेश नहीं आया है। उद्योग धंधे बंद है। भाजपा किसानों को लाभ नहीं देना चाहती है। किसान बदहाल है। खेत नहीं बच रहे हैं। डीजल-पेट्रोल मंहगा है। धान-गन्ना किसान परेशान है। एक्सप्रेस-वे पर मंडिया नहीं बनी। प्रधानमंत्री जी मंहगा चश्मा-सूट पहनते हैं, वे आजादी छीन रहे हैं जबकि दूसरे गुजरात के गांधी जी ने हमें आजादी दिलाई। भाजपा सद्भाव की दुश्मन है।
      अखिलेश यादव ने कहा कि वे एनपीआर का फार्म नहीं भरेंगे। उत्तर प्रदेश में आज मुख्यमंत्री की कोई भूमिका नहीं बची है। प्रशासन पंगु है। मंत्रियों में तालमेल नही है। जनता के काम नहीं हो रहे है। भाजपा विधायक भी असंतुष्ट है। समाजवादी पार्टी ने लैपटाॅप बांटे, भाजपाई शौचालय बनवाने में जुटे हैं।