सी0आर0बी0 के विऱोध में हुए प्रदर्शन में मीडियाकर्मियों पर हुयी हिंसा व नुकसान का मुआवजा दिया जाये : हेमंत तिवारी


वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा   
लखनऊ 20 दिसंबर। उत्तर प्रदेश राज्य मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में 19 दिसंबर 2019 को हुयी हिंसा व उपद्रव की कड़ी निंदा करती है। समिति मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस कथन से पूर्ण सहमत है कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाए और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों से इसकी भरपाई उनकी स्वंय की संपत्ति नीलाम कर की जाए।
      समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने कहा की हम प्रदेश सरकार से मांग करते हैं कि इस समूचे घटनाक्रम की जल्द से जल्द जांच कराकर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देकर सबक सिखाया जाए जिससे भविष्य में कोई लखनऊ व प्रदेश का अमन चैन न बिगाड़ सके।
     अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने बताया कि समिति ने अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना उत्तर प्रदेश शासन अवनीश अवस्थी व निदेशक, सूचना एवं जनसंपर्क उत्तर प्रदेश शिशिर को पत्र लिख कर बताया है कि   गुरुवार 19 दिसंबर को हुयी हिंसा में उपद्रवियों ने मीडियाकर्मियों को भी नही बख्शा है, बड़े पैमाने पर पत्रकारों, छायाकारों पर हमले हुए हैं और उनकी गाड़ियां व कैमरे तोड़े गए हैं। यहाँ तक कि कुछ टीवी चैनलों की ओबी वैन को जलाया गया है, जिससे पत्रकारों, छायाकारों व टीवी चैनलों का हिंसा में काफी नुकसान हुआ है, समिति ने यह भी मांग की कि उन पत्रकारों, छायाकारों की पहचान कर उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए। साथ ही भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं। मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति भी हिंसा से प्रभावित मीडियाकर्मियों की सूची प्रदेश सरकार को जल्द ही उपलब्ध कराएगी।