सचिवालय में नए संघ की कवायद शुरू, *जल्द बनेगा "सचिवालय विभागीय संघ"*

*जय गोविन्द पाण्डेय होगें सचिवालय विभागीय संघ के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष नवनीत तिवारी व महासचिव होगें अरूण कुमार श्रीवास्तव


लखनऊ: अप्रैल| सचिवालय परिसर में विभागीय अधिकारी कर्मचारियों की एक आपात बैठक हुई | इस बैठक में सर्वसम्मति से उ.प्र. *सचिवालय विभागीय संघ* के नाम से सचिवालय में एक नए संघ के गठन का निर्णय लिया गया है | सचिवालय विभागीय संघ के अध्यक्ष जय गोविन्द पाण्डेय, उपाध्यक्ष नवनीत तिवारी व महासचिव अरूण कुमार श्रीवास्तव बनाया गया हैं | 


विभागियों की ज्वलंत मांगे सचिवालय प्रशासन काफी समय से पूरी नहीं कर रहा है, सचिवालय के विभागियों के हितों के लिए काम करने का दावा करने वाले सचिवालय संघ के शीर्ष नेता खामोश हैं और संघ का चुनाव भी नहीं करा रहे हैं सचिवालयकर्मी इससे आक्रोशित है, सचिवालय के विभागीय अधिकारी कर्मचारियों ने
*"सचिवालय विभागीय संघ"* बनाने की कवायद शुरू कर दी है | यह जानकारी सचिवालय विभागीय संघ के महासचिव अरूण कुमार श्रीवास्तव ने दी है |
आक्रोशित विभागीय कार्मिकों का कहना है कि सचिवालय प्रशासन एक तरफ संघों को चुनाव कराने के लिए नोटिस भेजता है तो दूसरी तरफ संघों को अनुदान राशि देकर असंवैधानिक रूप से शीर्ष पदाधिकारियों को संघ पर काबिज रहने की मजबूती प्रदान करता है | सचिवालय प्रशासन डिवाइड एंड ऱूल विभागियों के साथ उलझाता रहता है |
सूत्रों ने बताया कि *"सचिवालय विभागीय संघ"* बनाने का मुख्य कारण आज तक अनुभाग अधिकारी से विशेष सचिव संवर्ग के कुल पदों का विभागीय और सीधी भर्ती के कार्मिकों के बीच नियमानुसार बंटवारा न होना है, इस कारण से 1984 -1990 तक के 35 वर्षो की दीर्घकालीन सेवा कर चुके विभागीय आज भी समीक्षा अधिकारी हैं और सीधी भर्ती के सारे कार्मिक पदोन्नति पाकर अनुसचिव से लेकर विशेष सचिव हैं |
सूत्र बतातें है कि सचिवालय में विभागीय अधिकारी कर्मचारियों का संघ न होने से वरिष्ठता नियमावली के अनुसार आज तक 1984 के किसी भी विभागीय को विशेष सचिव पद पर प्रमोशन का मौका नहीं मिला, सीधी भर्ती के तीन संघ हैं -1 सीधी भर्ती संघ 2- राजपत्रित अधिकारी संघ, 3- अधिकारी संघ | इन संघों के कारण सीधी भर्ती के कार्मिक विशेष सचिव पद पाने में कामयाब हो गए| दूसरी तरफ 1999 के बाद से विभागीय पदों पर कोई नई भर्ती आज तक नहीं हुई है| 20 वर्षो का दीर्घकाल बीत गया,आज भी विभागीय अधिकारी कर्मचारियों के साथ उपेक्षात्मक रवैया अपनाया जा रहा है,जो चिन्ता का विषय है|
सचिवालय विभागीय संघ के गठन की प्रक्रिया शुरु हो गयी है इस नए संघ में सचिवालय सेवा के अनुसेवक संवर्ग से विशेष सचिव संवर्ग तक के सभी कार्मिक मतदाता बनाए जाएगें और मतदाता नामावली प्रकाशित कराकर नए संघ का गठन किया जाएगा | सचिवालय विभागीय संघ को मान्यता दिलाए जाने के लिए जल्द ही एक शिष्टमंडल मुख्य सचिव से मिलेगा